बगैर लाइसेंस वाहनों का संचालन
डीटीओ और सड़क सुरक्षा प्रबंधक अंशु कुमार ने परियोजना क्षेत्र में आधी रात को चेकिंग अभियान चलाकर वाहनों को जब्त किया है। सभी वाहनों के चालक बगैर लाइसेंस व अन्य दस्तावेज के बिना भारी कोल वाहनों का संचालन धड़ल्ले से कर रहे थे। डीटीओ ने बताया कि आए दिन कोल वाहनों से हो रहे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि बगैर लाइसेंस वाहनों के संचालन के कारण ही आए दिन सड़क दुर्घटनाए हो रही है जिसमे आमलोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
डीटीओ और सड़क सुरक्षा प्रबंधक अंशु कुमार ने परियोजना क्षेत्र में आधी रात को चेकिंग अभियान चलाकर वाहनों को जब्त किया है। सभी वाहनों के चालक बगैर लाइसेंस व अन्य दस्तावेज के बिना भारी कोल वाहनों का संचालन धड़ल्ले से कर रहे थे। डीटीओ ने बताया कि आए दिन कोल वाहनों से हो रहे दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि बगैर लाइसेंस वाहनों के संचालन के कारण ही आए दिन सड़क दुर्घटनाए हो रही है जिसमे आमलोग अपनी जान गंवा रहे हैं।
जप्त वाहन स्थानीय थाना में
सभी जप्त वाहनों को स्थानीय थाना के हवाले कर दिए गए है। परिवहन कार्यालय में वाहनों के दस्तावेज की गहनता से जांच के बाद जुर्माना वसूला जाएगा। परिवहन अधिकारियों ने बताया कि बगैर दस्तावेज व लाइसेंस के संचालित
वाहनों के विरुद्ध निरंतर अभियान जारी रहेगा। चेतावनी के बाद भी परिवहन नियमों की अनदेखी करते पकड़े जाने वाले वाहन मालिकों के विरुद्ध भी कठोर कानूनी कार्रवा की जाएगी। डीटीओ की कार्रवाई से कोयलांचल के ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप है।
सभी जप्त वाहनों को स्थानीय थाना के हवाले कर दिए गए है। परिवहन कार्यालय में वाहनों के दस्तावेज की गहनता से जांच के बाद जुर्माना वसूला जाएगा। परिवहन अधिकारियों ने बताया कि बगैर दस्तावेज व लाइसेंस के संचालित
वाहनों के विरुद्ध निरंतर अभियान जारी रहेगा। चेतावनी के बाद भी परिवहन नियमों की अनदेखी करते पकड़े जाने वाले वाहन मालिकों के विरुद्ध भी कठोर कानूनी कार्रवा की जाएगी। डीटीओ की कार्रवाई से कोयलांचल के ट्रांसपोर्टरों में हड़कंप है।
एक महीने की मोहलत दी थी गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा बगैर दस्तावेज संचालित कोल वाहनों पर लगातार हो कार्रवाई से हताश परिवहन उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह से मिलकर अपूर्ण दस्तावेज को दुरुस्त कराने के लिए एक महीने की मोहलत मांगी थी।जिसके बाद डीसी ने ट्रांसपोर्टरों को आखिरी मौका देते हुए एक महीने के भीतर सभी दस्तावेजों को पूर्ण कराने का निर्देश दिया था। बावजूद एक महीना बीत जाने के बाद भी वाहन संचालकों ने ना तो चालकों के लाइसेंस अपडेट करवाएं और ना ही अन्य दस्तावेज। ऐसे में बेलगाम ट्रांसपोर्टरों पर लगाम कसने के उद्देश्य से परिवहन विभाग ने कार्रवाई की है। अभियान के दौरान एसडीपीओ के निर्देश पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।