राजधानी में आज माता महागौरी की पूजा के दौरान सभी पंडालों व देवी मंडपों और दुर्गा मंदिर में महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई। सुबह से महिलाएं मां की पूजा के लिए देवी मंडपों व पंडालों में उमड़ पड़ी और शाम तक पूजा-अर्चना का सिलसिला जारी रहा। महिलाएं महाष्टमी के दौरान उपवास पर रहती हैं। महाअष्टमी को लेकर देवी मंडपों, दुर्गा मंदिरों और पूजा पंडालों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बड़ी संख्या में सादे लिबास में भी पुलिस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
श्रद्धालुओं ने मेले में लिया आनंद
इधर, बंग समुदाय की पूजा में दुर्गा बाटी सहित अन्य पंडालों में महिलाओं की भारी भीड़ देखी गई। शहर में मां का दर्शन करने और आकर्षक विद्युत सज्जा तथा मेले का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी रांची पहुंचे है,जिसके कारण सुबह से ही पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी और शाम को सभी प्रमुख मार्गों में छोटे-बड़े वाहनों का परिचालन बंद कर दिया गया, इसके बावजूद पूजा पंडालों में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
देवी मां करती है मनोकामना पूरी
अष्टमी के दिन कन्या पूजन करना ज्यादा फलदायी रहता है। मां महागौरी की पूजा करने से मन पवित्र हो जाता है और भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिये इन्होंने कठोर तपस्या की थी। इस दिन मां की पूजा करने से मनचाहे जीवनसाथी की मुराद पूरी होती है।