सदर से बाहर निकलने पर कला-संस्कृति, पर्यटन और भू राजस्व मंत्री अमर कुमार बाउरी ने बताया कि पहले झामुमो विधायक पौलुस सुरीन की ओर से धार्मिक नारेबाजी की, जिसके प्रतिवाद स्वरूप सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने भी नारेबाजी की।
कांग्रेस विधायक सुखदेव भगत ने सदर से बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जय श्रीराम का नाम भक्ति भाव से लिया जाता है, लेकिन सत्तापक्ष के सदस्यों का सदन में आचरण निंदनीय रहा और सदन की मर्यादा का ख्याल भी नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि जय श्रीराम का नारा उपहास उड़ाने के लिए लगाया गया इसमें श्रद्धा की कोई भावना नहीं थी। उन्होंने कहा कि आज लाखों आदिवासियों के विस्थापित होने का खतरा मंडरा रहा है, इस दिशा में सरकार को संवेदनशील होकर पहल करनी चाहिए।