रघुवर दास प्रारंभ से ही दिन भर सामाजिक कार्यों और यात्रा के दौरान थकने के बावजूद रात में सोने से पहले पढ़ना-लिखना पसंद करते है। उनके करीबियों का कहना है कि मुख्यमंत्री बनने के बाद रघुवर दास प्रतिदिन अपने खाली समय में और रात में सोने के वक्त सूबे के विकास और अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों तक सरकारी योजनाओं का खाका बनाते रहते हैं। इसी सोच और समझ के कारण जब वे अधिकारियों के साथ बैठक करते है, तो वे योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए ठोस रणनीति पर बल देते है।
देवघर में राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रांची से ट्रेन से जाने के दौरान भी मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आम आदमी की तरह ट्रेन में अपना विस्तार लगाया और बोगी में यात्रा कर रहे सहयात्रियों से बातचीत कर शासन-व्यवस्था और कार्य प्रगति के बारे में जानकारी हासिल की थी।
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