प्राप्त जानकारी के अनुसार स्वतंत्रता सेनानी शहीद बिरसा मुंडा के रांची के कोकर स्थित समाधि स्थल पर स्थापित आदमकद प्रतिमा के एक हाथ में मशाल और दूसरे में धनुष था, जिस हाथ में धनुष था वह हाथ क्षतिग्रस्त होकर नीचे गिर गया है। प्रतिमा के अन्य हिस्से को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है। प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। समाधि स्थल के केयर टेकर को भी प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने की वजह की जानकारी नहीं है। बिरसा मुंडा की प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर सुबह से ही समाधि स्थल के पास लोगों की भीड़ जमा होने लगी। मौके पर कई सामाजिक लोग पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों को भी जब इसकी जानकारी मिली तो सभी वहां पहुंचने लगे।
बिरसा मुंडा की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किये जाने की जानकारी मिलने पर झामुमो नेता अंतु तिर्की और आदिवासी सामाजिक संगठन के लोग मौके पर पहुंचे और सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे समाधि स्थल की देखरेख के करने वाले तीनों गार्ड को हटाने की मांग कर रहे थे। वहीं जिला प्रशासन द्वारा गार्ड से पूछताछ की जा रही है। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर नगर निगम के पदाधिकारी और स्थानीय थाना की पुलिस भी पहुंची। प्रशासन का मानना है कि आंधी तूफान से हाथ टूटा है। मूर्ति पुरानी होने के कारण कमजोर हो गई है। मौके पर सिटी एसपी सुजाता वीणापाणी भी पहुंची और लोगों को समझाबूझा कर सड़क जाम हटाया। वहीं घटना के विरोध में आदिवासी संगठनों ने कल रांची बंद का आह्वान किया है।
प्रदर्शनकारियों ने आज शाम में रांची यूनिवर्सिटी कैंपस से बंद के समर्थन में मशाल जुलूस भी निकालने का निर्णय लिया है। इधर, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन भी घटना पर पहुंचे और प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने पर चिंता जताते हुए समाधि स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की। वहीं राज्य सरकार में ( jharkhand government ) नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ( CP Singh ) भी दोपहर बाद मौके पर पहुंचे, जहां उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।