प्राप्त जानकारी के अनुसार मांडू थाना क्षेत्र में रहने वाले चिंतामन मल्हार की गुरुवार रात मौत हो गई। मृतक के पुत्र विदेश मल्हार ने बताया कि उनके पिता ने कई दिनों से कुछ नहीं खाया था और घर में खाने के लिए कुछ भी नहीं है। हालांकि गुरुवार देर रात किसी तरह से खाने के लिए कुछ अनाज की व्यवस्था की गई और पिता को दिया गया, लेकिन वह बच न सके। उन्होंने मीडियाकर्मियों को भी दिखाया कि उसके घर में अनाज या खाने-पीने के लिए कुछ भी नहीं था। वहीं घटना की सूचना मिलने पर मांडू के प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार गुप्ता अपने कर्मचारियों के साथ तत्काल मृतक के परिजनों से मिलने पहुंचे और सुरक्षा लाभ के तहत दाह संस्कार के लिए पांच हजार रुपए उपलब्ध कराए गए।
प्रशासन की ओर से कई अन्य सामाजिक सुरक्षा का लाभ भी मृतक के परिजनों को दिलाने का भरोसा दिलाया गया है।दूसरी तरफ मृतका के परिजनों की ओर से बताया गया कि चिंतामन की पत्नी का भी पिछले दिनों बीमारी व भूख से मौत हो गई थी। परिजनों का कहना है कि वे लोग पिछले 25 वर्ष से यहां रह रहे है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सहायता नहीं मिलती है।
गौरतलब है कि झारखंड में इससे पहले भी भूख से मौत की खबरें आती रही हैं, पिछले सप्ताह ही चतरा और बोकारो में भी दो महिलाओं की मौत भूख से हो जाने की बात कही गई, लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा जांच रिपोर्ट में बताया गया कि यह मौत भूख से नहीं हुई है, बल्कि स्वभाविक और बीमारी से हुई मौत है। खाद्यान्न आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने भी प्रेस कांफ्रेंस कर भूख से मौत की खबरों से इंकार किया था।