घटना के संबंध में पड़ोसियों ने बताया कि सुरेश चोची का 12वर्षीय पुत्र मानसिक रूप से विक्षिप्त बेटे के साथ घर में अकेला रहता था, वहीं पारिवारिक कलह से जूझ रहे सुरेश की पत्नी पिछले वर्ष दिसंबर में ही अपनी एक बेटी को साथ लेकर फरार हो गयी है। उसकी पत्नी पर अपने देवर की हत्या का आरोप है। उसके एक बेटे की शादी हो गयी है और वह बाहर रहकर रोजगार करता है।
बताया गया है कि गर्मी के कारण कमरे में बंद शव पूरी तरह से गल चुका था और विक्षिप्त पुत्र के हाथ और मुंह पर खून के निशान थे। लोग आशंका जाहिर कर रहे है कि विक्षिप्त युवक ने भूख लगने पर शव से मांस नोंच कर खाया होगा। सुरेश को अंतिम बार लोगों ने 8 मई को देखा था। इसके बाद से उसके घर का दरवाजा बंद था। सुरेश अपने 12 वर्षीय विक्षिप्त बेटे के साथ रहता था। सुरेश अपने बेटे के पैरों को जंजीर से बांध कर रखता था।
दुर्गंध आने के कारण आज सुबह लोग जब सुरेश के घर के पास से गुजरे तो उन्हें बहुत तेज बदबू आई। शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई और घर का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर सुरेश का शव फंदे से लटक रहा था। नीचे उसका बेटा खून से सने हालत में पड़ा था। माना जा रहा है कि तीन दिन पहले ही सुरेश ने अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।