ऐसे किया मृत बच्चे को जिंदा
सरायकेला की सहिया मनीता देवी ने बताया कि गांव में एक महिला के प्रसव की सूचना मिलने पर रात में दो बजे वह उसके घर पहुंची, वहां प्रसव करने वाली महिला व उनके परिजनों ने बताया कि प्रसव के दौरान मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ है, उन्होंने काफी आग्रह किया, कि वे बच्चे को देखने दें, लेकिन परिजन मृत बच्चे को देखने नहीं दे रहे थे। काफी जिद करने के बाद जब परिजन बच्चे को सहिया मनीता देवी को दिखाने को तैयार हुए, तो उसने देखा कि बच्चे की धड़कन चल रही है, तत्काल उन्होंने बच्चे के मुंह और नाक से गंदे पानी को साफ किया, जिसके बाद बच्चा रोने लगा, बच्चे के रोने की आवाज सुनकर परिजनों के खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरायकेला की सहिया मनीता के कार्यां की सराहना करते हुए कहा कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र और जंगलों के बीच गांव में रहने वाली मनीता देवी ने अपनी सामान्य बुद्धि से जो काम किया और विश्वास नहीं खोया, यह हिम्मत एक डॉक्टर ही कर सकता है, मनीता ने एक बहुत बड़ा काम किया, जो पूरे देशवासियों के लिए एक संदेश है।
प्रधानमंत्री से सीधी बात को लेकर सरायकेला के समाहरणालय कक्षा में वीडियो-कांफ्रेंसिंग की व्यवस्था की गयी थी। इस मौके पर जिलेके विभिन्न पंचायतों से आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताएं मौजूद थी।
इधर, राजधानी रांची स्थित समाहरणालय सभाकक्ष में भी वीडियो कांफ्रेसिंग की व्यवस्था की गयी थी। हालांकि प्रधानमंत्री ने रांची की आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्त्ताओं से बात नहीं की, लेकिन प्रधानमंत्री को सुनने के लिए बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता दूरदराज के क्षेत्रों से रांची पहुंची थी।