झारखंड विधानसभा अध्यक्ष के दिनेश उरांव ने कहा है कि सदन चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों की है। उन्होंने कहा है कि मॉनसून सत्र में सदस्य किसी विषय पर चर्चा करना चाहेंगे तो कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में चर्चा के लिए विषय के साथ सुझाव रख सकते हैं।
सरकार को घेरने की फिराक में विपक्ष
विपक्ष ने भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक, जेपीएससी परीक्षा परिणाम, महिला सुरक्षा, पत्थलगड़ी और ईसाई संगठनों के खिलाफ चलायी जा रही मुहिम समेत अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। दूसरी तरफ सरकार द्वारा मॉनसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक को सदन में पेश किये जाने की संभावना है। इसके अलावा चालू वित्तीय वर्ष का पहला अनुपूरक अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा। पिछले कई सत्रों से विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा सत्र की कार्यवाही को बाधित किया जा रहा है, जिसके कारण सदन में बजट एवं अनुपूरक बजट पारित कराने और कुछ अन्य विधायी कार्यां को पारित कराने के अलावा प्रश्नोत्तरकाल पूरी तरह से बाधित हो रहा है। इस बार भी यही संभावना व्यक्त की जा रही है।
सभी विपक्षी दलों के साथ बैठक करने के बाद होगा निर्णय
इधर, सत्तारूढ़ एनडीए विधायकों की बैठक 16 जुलाई की शाम को मुख्यमंत्री आवास में बुलाई गई है। दूसरी तरफ विपक्षी दल कांग्रेस, झामुमो, झाविमो के विधायक भी दलीय बैठक करने के बाद नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के आवास पर साझा बैठक कर रणनीति को अंतिम रूप देंगे।