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पत्थलग़ड़ी समर्थकों व पुलिस के बीच झड़प में एक ग्रामीण की मौत

locationरांचीPublished: Jun 27, 2018 03:00:07 pm

Submitted by:

Shailesh pandey

झारखंड के खूंटी जिले में पत्थलग़ड़ी समर्थकों और पुलिस के बीचबुधवार सुबह हुई झड़प में एक ग्रामीण की मौत हो गई

pathalgari

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(रवि सिन्‍हा की रिपोर्ट)

रांची। झारखंड के खूंटी जिले में पत्थलग़ड़ी समर्थकों और पुलिस के बीच बुधवार सुबह हुई झड़प में एक ग्रामीण की मौत हो गई। जबकि 24 घंटे बीत जाने के बावजूद सांसद कड़िया मुंडा के अगवा तीन अंगरक्षकों की रिहाई नहीं हो सकी है। पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया है।

 

सुरक्षाकर्मियों को छुडाने के प्रयास

 

ससांसद और लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा की सुरक्षा में तैनात अपहृत तीन बॉडीगार्ड सियोन सुरीन, सुबोध कुजूर और विनोद केरकेट्टा को छुड़ाने की पुलिस पूरी कोशिश कर रही है। जिले के उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक मंगलवार शाम से ही घाघरा गांव पहुंच चुके थे, जबकि आईजी और डीआईजी भी रात भर खूंटी में डटे रहे। रातभर पुलिस और पत्थलगड़ी समर्थक आमने-सामने डटे रहे। मंगलवार की शाम को पुलिस और पत्थलगड़ी समर्थकों के बीच हल्की झड़प भी हुई थी। उपायुक्त और पुलिस
अधीक्षक समेत 300 जवानों ने खूंटी के जंगलों में सड़क पर रात गुजारी।

 

घाघरा गांव में ही छिपा कर रखा

 

बताया गया है कि पत्थलगड़ी समर्थकों ने कड़िया मुंडा के आवास से अगवा किए तीन सुरक्षाकर्मियों को घाघरा गांव में ही छिपा कर रखा है। दूसरे जिलों से अतिरिक्त जवानों को भी खूंटी बुलाया गया है। रैफ के जवानों को भी ऑपरेशन में लगाया गया है। पुलिस की ओर से बुधवार सुबह में पूरे गांव में घर-घर तलाशी अभियान भी शुरु किया। इस दौरान 15 से अधिक ग्रामीणों को हिरासत में ले लियाहै, जिसमें कई महिलाएं भी शामिल है। पुलिस इन ग्रामीणों से अपहृत तीन सुरक्षाकर्मियों के बारे में पूछताछ कर रही है, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली है।

 

तीन जवानों को जबरन अपने साथ ले गए

 

बुधवार सुबह को पुलिस और पत्थलगड़ी समर्थकों के बीच झड़प भी हुई, जिसमें एक ग्रामीण की मौत हो गई। वहीं डीएसपी समेत कई पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी खबर है। इधर, सांसद कड़िया मुंडा की भाभी ने बताया गया कि मंगलवार को अचानक पत्थलगड़ी समर्थक उनके घर में घुस आए और कहा कि घर में पुलिसकर्मियों को छिपा कर रखा गया है। उन्‍होंने पूरे घर की तलाशी ली और कहा कि सुरक्षा के लिए दो जवान की पर्याप्त हैं, और तीन जवानों को जबरन अपने साथ ले गए। वे चार इंसास रायफल भी साथ ले गए।

 

ग्रामीणों को चेतावनी


पत्थलगड़ी समर्थक पहले राष्ट्रपति, राज्यपाल या सुप्रीम कोर्ट के जज को बातचीत के लिए मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। उन्‍होंने जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक समेत पांच लोगों को बिना सुरक्षा बलों के साथ गांव में आने की मांग रखी। वहीं पुलिस-प्रशासन ने ग्रामीणों से एक प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए भेजने को कहा। इसके लिए पत्थलगड़ी समर्थक तैयार नहीं हो रहे थे, लेकिन सुबह में बल प्रयोग के बाद पत्थलगड़ी समर्थक बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इस बीच पत्थलगड़ी समर्थकों की ओर से ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि पुलिस के साथ झड़प के दौरान यदि उनका साथ नहीं मिला, तो 500 रुपए का जुर्माना किया जाएगा। पुलिस का कहना है कि भगदड़ में एक युवक की मौत हुई। मृतक का शव बरामद कर लिया गया है।

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