कुल 500 नक्सली हैं निशाने पर
ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत रांची, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां और खूंटी जिले के सीमावर्ती इलाके में पुलिस और अद्र्धसैन्य बल के जवानों द्वारा सघन सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस को खुफिया विभाग से जानकारी मिली है कि इसी इलाके में माओवादियों का दस्ता भ्रमणशील है। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार हाल के वर्षों में राज्य में चलाये गये अभियान से माओवादियों की संख्या में कमी आयी है और अब करीब पांच सौ की संख्या में ही नक्सली बच गये है, इनमें से ढ़ाई सौ नक्सलियों पर इनाम की भी घोषणा की गई है।
डीजीपी कर रहे हैं निगरानी
नक्सल उन्मूलन अभियान में लगे जवानों का हौसला बनाने के लिए डीजीपी कमल नयन चौबे ने इस सप्ताह रांची और सरायकेला खरसावां जिले के नक्सल प्रभावित इलाके में नव सृजित पुलिस कैम्प पियाकुली, गोमियाडीह और रायजामा का दौरा किया और जवानों का हौसला बढ़ाया। मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के रांची, खूंटी और सरायकेला-खरसावां के सीमावर्ती में नक्सलियों के खिलाफ 2 दिन से ऑपरेशन जारी है। ऑपरेशन का केंद्र सीमावर्ती इलाकों के घने जंगल और पहाडिय़ों के बीच चल रहा है।
नक्सलियों के सुरक्षित गढ़ में धावा
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का यह ऑपरेशन आर-पार की तरह है। नक्सलियों के एक बड़े दस्ते के साथ साथ कई बड़े नक्सली नेता के होने की सूचना पर सुरक्षा बल ने दो दिन पहले से ही ऑपरेशन शुरू किया गया है। जो की अभी भी जारी है। झारखंड के रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिला के घने जंगल नक्लसियों के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है। वही पुलिस ने कई दिनों के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान की शुरुआत की है।