पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह फैक्ट्री रनिया थाना क्षेत्र के कोटांगे और गोहाराम जंगल के बीच में संचालित था। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दिनेश गोप और गुज्जू गोप गुमला और रनिया के सीमावर्ती क्षेत्र में मौजूद हैं। इस सूचना के आधार पर सीआरपीएफ और जिला पुलिस की टीम ने तीन तरफ से उस इलाके को घेरा और सर्च अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि पुलिस के आने की भनक मिलने पर दिनेश गोप और उसका दस्ता भागने में सफल हो गया, लेकिन छापेमारी में पीएलएफआई की मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा हुआ। इस फैक्ट्री को ध्वस्त कर हथियार बरामदगी को पुलिस की बड़ी बताया जा रहा है।
यह हथियार हुए बरामद
कोटांगे और गोहाराम जंगल के बीच में यह फैक्ट्री संचालित थी। 30 अर्धनिर्मित पिस्टल, 36 पिस्टल बैरल, 30 पिस्टल ट्रिगर, 63 पिस्टन स्प्रिंग, 29 पिस्टल हैमर, 02 आयरन वाइस, 1 भट्ठी, 1 गैस सिलेंडर (5 किलोग्राम), 1 गैस वेल्डिंग रॉडी, 10 हेक्सा ब्लेड, 2 लोहे की रेती, 1 किलोग्राम पॉलिश मटेरियल और 2 किलोग्राम थिनर बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में बनाएं जाने वाले सभी हथियारों और विस्फोटक पदार्थों का उपयोग नक्सली हमला करने के लिए करते थे।
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