प्रियंका गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी युवाओं को रोजगार देने में विफल रहे, बहाना कांग्रेस, अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में फेल हुए, बहाना कांग्रेस, किसान को सक्षम बनाने में फेल, छात्रों की आवाज सुनने में फेल, महिलाओं को सुरक्षा देने में फेल, छोटे दुकानदारों को संरक्षण देने और सबको भोजन और पानी में देने में फेल रही, सबके लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहरा रही है। उन्होंने कहा कि पांच वर्षां में भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र और राज्य सरकार की ओर से सिर्फ खोखले भाषण दिये गये, झूठ परोसा गया, फूट डालकर राज करने की कोषिष की गयी। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रचार में हीरो है, लेकिन काम में जीरो है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि जब देष की अर्थव्यवस्था की बात हुई, तो केंद्र सरकार नये-नये कानून लेकर आ रही है। असम में 1600 करोड़ रुपये की लागत से एनआरसी करवाया,उसमें लाखों भारतीयों का नाम छूट गया, असम के लोगों ने जब विरोध किया, तो उनपर गोलियां चलवायी गयी।
प्रियंका गांधी ने कहा कि झारखंड राज्य का गठन हजारों कुर्बानियों से हुआ है, यहां की पहचान जल, जंगल और जमीन है। नदियां, झरने, तालाब और जमीन सब आपके है , जब भी मां और मिट्टी को चुनौती देने की कोषिष हुई, यहां के लोग कभी चुप नहीं बैठे, यह हमें सिद्धो-कान्हू की धरती सिखाया है। जब भी अस्तित्व और आत्मा पर हुआ, वीर सपूतों ने अपनी कुर्बानियां दी है। भाजपा सरकार में अस्तित्व और आत्मा पर हमला हुआ है। उन्होंने कहा कि जंगल के रंग हजार होते है, लेकिन भाजपा ने यहां के लोगों की जमीन छिनने की कोषिष की, भाजपा ने सीएनटी-एसपीटी कानून को खत्म करने की कोषिष की, लेकिन लोगों के मुखर विरोध के कारण वे अपने मकसद में सफल नहीं हुए। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेष प्रभारी आरपीएन सिंह, झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, कांग्रेस के प्रदेष अध्यक्ष रामेष्वर उरांव और विधायक दल के नेता सह पाकुड़ से पार्टी प्रत्याषी आलमगीर आलम समेत अन्य नेता मौजूद थे।