भाजपा ने रांची के सांसद रामटहल चौधरी की उम्र 75 वर्ष से अधिक हो जाने के कारण इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया , जिसके कारण रामटहल चौधरी खासे नाराज चल रहे थे। भाजपा की ओर से उन्हें स्टार प्रचारक भी बनाया गया था और पार्टी के तमाम नेता उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इसके बावजूद रामटहल चौधरी ने पहले ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था, जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उनके पुत्र और रांची ग्रामीण कमेटी के अध्यक्ष रणधीर सिंह के भी इस्तीफा दे देंगे। यह अनुमान सही साबित हुआ और रामटहल चौधरी के नामांकन दाखिल करने के पहले ही उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर यह बता दिया गया है कि इस वक्त वे अपने पिता के साथ है।
रणधीर चौधरी अपने पिता का टिकट कटने के बाद कुछ दिनों से संगठन की गतिविधियों से दूर रह रहे थे, जिसके कारण भाजपा के ही अंदर ही उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन पार्टी कार्रवाई करती, उससे पहले ही उन्होंने आज इस्तीफा दे दिया और वे पार्टी के बंधन से मुक्त हो गए। रणधीर चौधरी ने इस्तीफा देने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उनके पिता ने अपना पूरा जीवन पार्टी के लिए न्यौछावर कर दिया, लेकिन पार्टी ने उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया, पिता को मान-सम्मान नहीं मिलने के कारण भाजपा छोड़ने का फैसला लेना पड़ा।