साक्षी के अपील करने के बाद यूं कार्रवाई में जुटे जिम्मेदार
साक्षी की ओर से पिस्टल या फिर 0.32 बोर के रिवाल्वर को लेकर रांची समाहरणालय स्थित आर्म्स मजिस्ट्रेट के कार्यालय में आवेदन दिया गया था। मजिस्ट्रेट राजेश कुमार सिंह की ओर से आवेदन को जांच के लिए अरगोड़ा थाना भेज दिया गया, जिसके बाद पुलिस ने जांच की और पाया कि उनपर कोई मुकदमा नहीं है। इसके बाद उनकी फाइल डीएसपी कार्यालय भेज दी गई और यहां से भी फाइल सिटी एसपी कार्यालय भेज दी गई। अब यह फाइल जल्द ही एसएसपी कार्यालय के माध्यम से जिलाधिकारी (उपायुक्त) के पास पहुंच जाएगी और लाईसेंस निर्गत करने के संबंध में अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा।
साक्षी धोनी के आर्म्स लाईसेंस के बारे में आर्म्स मजिस्ट्रेट राजेश कुमार ने बताया कि आवेदन पर वही प्रक्रिया अपनाई जाएगी, तो अन्य लोगों के लिए निर्धारित है। बताया गया है कि अभी जिला प्रशासन की ओर से धोनी के रांची जिले के रातू थाना क्षेत्र अंतर्गत दलादली चौक के निकट स्थित एक आलीशन फार्महाउस आवास पर अत्याधुनिक हथियारों से लैस सात सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए गए हैं। इसके अलावा उनका अपना निजी सुरक्षा गार्ड भी रहता है। वहीं रातू थाने की गश्ती टीम हर दिन उनके आवास का चक्कर लगाती रहती है, जबकि महेंद्र सिंह धोनी या फिर उनकी पत्नी साक्षी जब भी घर से बाहर निकलती हैं तो स्थानीय थाने को इसकी जानकारी दे दी जाती है और तुरंत तमाम सुरक्षा मुहैया की जाती है।
धोनी को करनी पड़ी थी काफी मशक्कत
गौरतलब है कि निशानेबाजी का शौक रखने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने करीब 9 साल पहले लाइसेंसी पिस्टल खरीदी थी। उस वक्त धोनी को लाइसेंस के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। 2008 में धोनी से किसी अज्ञात बदमाश ने 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। इस संबंध में डोरंडा थाने में भी दर्ज कराया गया था।