सत्ता में आने के बाद हम करवा लेंगे जांच
झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने लेटर की हैंडराइटिंग को चेक करा कर मामले की जांच आसान तरीके से करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि सरकार अगर सीबीआई जांच करने से घबरा रही है, तो तत्कालीन भाजपा के सभी नेताओं की हैंडराइटिंग चेक करवा लें। क्योंकि लेटर में हाथ की लिखावट है, साथ ही झाविमो के भी सभी नेताओं की हैंडराइटिंग चेक करा लें। इससे साफ हो जाएगा कि उस लेटर की सत्यता क्या है? उन्होंने कहा कि सरकार यदि अभी इस पत्र की जांच नहीं कराती है, तो 2019 में केंद्र व झारखंड में गैर भाजपा सरकार गठन के बाद वे खुद सारी जांच करवा लेंगे।
उठाएंगे हर राज से पर्दा
बाबूलाल मरांडी मरांडी ने कहा कि समय आने पर इसका भी खुलासा करेंगे कि इस पत्र को उन्हें किसने मुहैय्या कराया है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ रविंद्र राय ने उन्हें ही 15 दिन के लिए लेटर की सत्यता की जांच की चुनौती दे डाली है,जबकि इसी जांच के लिए झाविमो का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला है। मरांडी ने कहा कि भाजपा लगातार उन पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाती रही है। ऐसे में 6 विधायकों की खरीद-फरोख्त से संबंधित लेटर को इसीलिए संवैधानिक और सबसे सर्वोच्च पद पर आसीन राज्यपाल को सौंपा गया है और सीबीआई जांच की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि इस लेटर से साबित होता है कि राज्य के मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल हैं इसलिए उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मंत्री बंधु तिर्की और पार्टी प्रवक्ता योगेंद्र प्रताप समेत अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।