घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को डायन-बिसाही, तंत्र-मंत्र और ओझा-गुणी की विद्या सीखने के दौरान सिल्ली थाना क्षेत्र के रांगामाटी गांव में फलीन्द्र लोहरा का अपनी सास से विवाद को हो गया, जिसके बाद उसने अपनी ही सास की धारदार हथियार से मार कर हत्या कर दी। बताया गया है दामाद फलीन्द्र लोहरा की सास ने उसे डायन विद्या और ओझा-गुणी की विद्या सीखने के लिए बुलाया, जिसके बाद फलीन्द्र रांगामाटी पहुंचा था।
वहां पहले सास-दामाद ने मिलकर एक बत्तख की बलि घर में ही दी, जिसका खून फलीन्द्र पी गया। जिसके बाद उसकी सास ने कहा कि अब बड़े जानवर की बलि देनी होगी, जिसके बाद फलीन्द्र ने घर के पीछे बंधे भैंस के बच्चे को बलि देने के लिए धारदार हथियार से कई बार किया, मगर वह नहीं कट सका। परंतु उसका खून बहने लगा, जिसे फलीन्द्र पी गया और फिर घर वापस पहुंचा। घर पहुंचने पर फलीन्द्र ने अपनी सास से कहा कि अब वही उसका गुरु है। जिस पर दोनों में विवाद हो गया और फिर दामाद फलीन्द्र ने गुस्से में आंगन में रखे धारदार हथियार से मारकर सास की हत्या कर दी थी। हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद से ही दामाद फरार था, जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी। मंगलवार को पुलिस को मामले में सफलता मिली और पुलिस ने हत्या के आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया।