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रिम्स में अब हड़ताल व कोई मौत हुई, तो नामजद प्राथमिकी दर्ज होगी-सीएम

locationरांचीPublished: Jun 12, 2018 06:37:04 pm

Submitted by:

Prateek

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रांची स्थित रिम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए,इसी के साथ उन्होंने अस्पताल परिसर में व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए..

cm raghuwar das

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रवि सिन्हा की रिपोर्ट…

(रांची): मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि रांची स्थित रिम्स में इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रिम्स में अब से हड़ताल हुई और इलाज के अभाव या कोताही के कारण किसी मरीज की मौत हुई, तो हड़तालियों पर नामजद प्राथमिकी की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रबंधन का कामकाज देखने के लिए एक आइएएस अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।


रिम्स परिसर में सेवानिवृत्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती

रघुवर दास मंगलवार को रांची में रिम्स और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर किसी की जिम्मेदारी तय होगी। रिम्स परिसर में एक पुलिस पिकेट बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि वहां सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ किसी दुर्घटना शिकार लोगों से पूछताछ कर संबंधित थाने के रिपोर्ट भेजना का काम रहेगा। इसके अलावा रिम्स परिसर में करीब दो सौ की संख्या में सेवानिवृत्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी।

चिकित्सकों को दी अपना क्लीनिक न चलाने की चेतावनी

मुख्यमंत्री ने कहा कि रिम्स में भी निजी अस्पतालों की तरह मरीज के साथ एक अटेंडेंट को रहने की अनुमति और मिलने का समय निर्धारित रखना चाहिए। मुख्यमंत्री ने रिम्स परिसर में स्थित सभी निजी डायग्नोस्टिक सेंटर और पैथोलैब को हटाने और चिकित्सकों तथा अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने का भी निर्देश दिया। उन्होंने चिकित्सकों से अपना क्लीनिक न चलाने की चेतावनी भी दी।


सीएम ने दिए यह निर्देश

रघुवर दास ने कहा कि पेइंग वार्ड, ट्रॉमा सेंटर आदि का काम जल्द से जल्द पूरा करें। इनके लिए जरूरी मैनपावर की भी नियुक्ति साथ साथ करें। इसी प्रकार राज्य में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए कैंपस सेलेक्शन कर इनकी भरती होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रिम्स में असिस्टेंट प्रोफेसर, नर्सों की नियुक्ति की प्रक्रिया को आसान करें। जो नर्सों कोर्स पूरा कर रही हैं उन्हें एक साल के लिए प्रशिक्षण की दृष्टि से रिम्स में रखें। इस अवधि में 10000 रुपये प्रति माह की दर से भुगतान करें।

यह लोग रहे बैठक में शामिल

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी, विकास आयुक्त डी0के0 तिवारी, स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव निधि खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील कुमार वर्णवाल, भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, रिम्स के निदेशक आर0के0 श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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