रतलाम जिले में 4.32 लाख उपभोक्ता बिजली कंपनी के है। इनमें से करीब 50 हजार उपभोक्ताओं पर बकाया है। जिले की बात करें तो 918 ग्राम पंचायत में से करीब 500 ग्राम पंचायत पर बिजली का लाखों रुपए का बिल बाकी है। इतना ही नहीं, आदिम जाति कल्याण विभाग, पुलिस से लेकर पीएचई, बीएसएनएल पर भी बकाया शहर में निकल रहा है। आदिमजाति कल्याण विभाग पर करीब 12 लाख रुपए तो बीएसएनएल पर 8 लाख रुपए, पुलिस व पीएचई पर 3-3 लाख रुपए शहर में बकाया हैं। हर बार दावा तो बिजली कंपनी यही करती है कि, वो सख्त अभियान चलाएगी, लेकिन ये अभियान अबतक मैदान में नजर नहीं आ रहे। ऐसे में छोटों पर कार्रवाई करने वाली कंपनी 1 अरब रुपए से अधिक के बकाया पर सख्त कदम उठाने में कमजोर साबित हो रही है।
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60 करोड़ अगस्त 2020 से बाकी
जिले में 1 अरब 64 करोड़ रुपए में से 60 करोड़ रुपए तो अगस्त 2020 से बकाया चल रहा है। असल में शासन ने कोरोना काल के दौरान 1 किलोवाट तक के बिजली उपभोक्ताओं से बिजली के बिल की वसूली करने को होल्ड करने को कहा था। तब से अब तक इस लंबित राशि को लेकर निर्णय अधर में है। शासन के निर्देश के बाद बिजली कंपनी ने इनको बकाया का नोटिस तक जारी नहीं किया है।
इस तरह समझें मामला
सर्कल - उपभोक्ताओं की संख्या - बकाया राशि
रतलाम शहर - 84789- 88960240
रतलाम ग्रामीण - 155171- 672028160
जावरा - 110637- 283124616
आलोट - 81511- 591842112
कुल - 432900- 16455855127
सख्ती लाने को कहा गया है
मामले को लेकर बिजली कंपनी के अधीक्षण यंत्री एससी वर्मा का कहना है कि, जिले में 1.64 अरब रुपए बिजली कंपनी का अपने उपभोक्ताओं पर बकाया है। इसको सख्ती से वसूलने के निर्देश जारी किए गए है।
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