देशभर सहित रतलाम रेल मंडल में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए रेल मंडल में करीब 12 लाख रुपए का व्यय करके कोविड 19 के संक्रमित मरीजों का उपचार करने के लिए 70 स्पेशल आईसुलेटेड डिब्बे बनाए गए। इसके अलावा रेलवे अस्पताल में भी इसके लिए वॉर्ड बनाया गया। हैरानी की बात यह की इतने रुपए व्यय के बाद अब तक एक भी मरीज का उपचार रेल प्रशासन ने नहीं किया है।
12 lakh spent in the corona virus, not a single patient benefit
रतलाम. देशभर सहित रतलाम रेल मंडल में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए रेल मंडल में करीब १२ लाख रुपए का व्यय करके कोविड 19 के संक्रमित मरीजों का उपचार करने के लिए 70 स्पेशल आईसुलेटेड डिब्बे बनाए गए। इसके अलावा रेलवे अस्पताल में भी इसके लिए वॉर्ड बनाया गया। हैरानी की बात यह की इतने रुपए व्यय के बाद अब तक एक भी मरीज का उपचार रेल प्रशासन ने नहीं किया है। रतलाम हो या मंडल के अन्य शहर, कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल कॉलेज में हीे उपचार के लिए भर्ती किया जा रहा है।
इस दिन से बदलेगा आपके शहर में वेदर, होगी झमाझम बारिश रतलाम रेल मंडल में मैकेनिकल, डीजलशेड व मेडिकल विभाग ने करीब 70 आईसुलेटेड कोच कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए अप्रैल माह में बनाए। इनके निर्माण में करीब 12 लाख रुपए का व्यय किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह की रतलाम, इंदौर में रखे गए इन कोच में एक भी मरीज का उपचार अब तक नहीं किया गया। इसके लिए 5 हजार रुपए प्रति नग की दर से करीब 140 आक्सीजन सिलेंडर (कुल 7 लाख रुपए कीमत) खरीदे गए। इसके अलावा इतने ही स्टैंड डीजलशेड में बनवाए गए।
रेलवे का तोहफा : रेलवे ने किया टिकट आरक्षण के नियम में बदलाव, 24 मई से होंगे लागू IMAGE CREDIT: Railwayयहां भी हुए रुपए खर्च रक्तचाप की जांच के लिए करीब 2 हजार रुपए प्रतिनग की दर से 20 मशीन खरीदी गई। इसके अलावा इन सामान्य डिब्बों में तोडफ़ोड़ करके इनको मरीज के लायक बनाया गया। इसमे रेल कर्मचारी का वेतन भी शामिल है, इस कार्य में 70 डिब्बे बनाने में करीब 100 कर्मचारी दस दिन तक कार्य करते रहे। एक डिब्बे में कम से कम 8 मरीज रखने की योजना तो बनाई गई, लेकिन इस योजना को अब तक धरातल पर नहीं उतारा गया।
200 ट्रेन BREAKING : रेलवे ने जारी किया टाइम टेबल IMAGE CREDIT: Railwayस्पेशल वॉर्ड भी बनाया गया विशेष रेल डिब्बे बनाए गए हो यह भी नहीं है, रेलवे अस्पताल में नियमित रुप से आने वाले मरीजों को रोककर विशेष वॉर्ड बनाए गए। इस वॉर्ड के बनाने पर व्यय किया गया व इसके साथ सामान्य मरीजों को बाजार से दवा लेने को मजबूर किया गया। इन सब के बीच वॉर्ड तो है, लेकिन इसमे अब तक एक भी मरीज का उपचार के लिए प्राथमिकता तय नहीं की गई। इतना ही नहीं, डीजलशेड ने यह प्रचार किया वे आक्सीजन सिलेंडर के लिए स्टैंड बना रहे है, लेकिन इन बने हुए स्टैड का भी कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
BREAKING रेलवे ने स्पेशल ट्रेन का टाइम टेबल बदलाहमारी तैयारी आपात स्थिति को देखते हुए देशभर में जब कोविड 19 के मरीज बढे़ं तो रेलवे ने इन मरीजों के उपचार में मदद के बाद मंडल द्वारा वरिष्ठ कार्यालय के आदेश के बाद विशेष डिब्बे बनाए गए। हमारी तरफ से तैयारी की गई है, आगे किस को भर्ती करना यह निर्णय स्थानीय प्रशासन को करना रहता है। हमारी तैयारी आपात स्थिति को देखते हुए की गई है। – जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रेल मंडल