scriptCovid 19 के नाम पर 12 लाख खर्च, लाभ एक भी मरीज को नहीं, देखें VIDEO | 12 lakh spent in the Covid 19, not a single patient benefit | Patrika News

Covid 19 के नाम पर 12 लाख खर्च, लाभ एक भी मरीज को नहीं, देखें VIDEO

locationरतलामPublished: Jun 01, 2020 09:29:51 am

Submitted by:

Ashish Pathak

देशभर सहित रतलाम रेल मंडल में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए रेल मंडल में करीब 12 लाख रुपए का व्यय करके कोविड 19 के संक्रमित मरीजों का उपचार करने के लिए 70 स्पेशल आईसुलेटेड डिब्बे बनाए गए। इसके अलावा रेलवे अस्पताल में भी इसके लिए वॉर्ड बनाया गया। हैरानी की बात यह की इतने रुपए व्यय के बाद अब तक एक भी मरीज का उपचार रेल प्रशासन ने नहीं किया है।

12 lakh spent in the corona virus, not a single patient benefit

12 lakh spent in the corona virus, not a single patient benefit

रतलाम. देशभर सहित रतलाम रेल मंडल में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों को देखते हुए रेल मंडल में करीब १२ लाख रुपए का व्यय करके कोविड 19 के संक्रमित मरीजों का उपचार करने के लिए 70 स्पेशल आईसुलेटेड डिब्बे बनाए गए। इसके अलावा रेलवे अस्पताल में भी इसके लिए वॉर्ड बनाया गया। हैरानी की बात यह की इतने रुपए व्यय के बाद अब तक एक भी मरीज का उपचार रेल प्रशासन ने नहीं किया है। रतलाम हो या मंडल के अन्य शहर, कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल कॉलेज में हीे उपचार के लिए भर्ती किया जा रहा है।
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रतलाम रेल मंडल में मैकेनिकल, डीजलशेड व मेडिकल विभाग ने करीब 70 आईसुलेटेड कोच कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए अप्रैल माह में बनाए। इनके निर्माण में करीब 12 लाख रुपए का व्यय किया गया, लेकिन हैरानी की बात यह की रतलाम, इंदौर में रखे गए इन कोच में एक भी मरीज का उपचार अब तक नहीं किया गया। इसके लिए 5 हजार रुपए प्रति नग की दर से करीब 140 आक्सीजन सिलेंडर (कुल 7 लाख रुपए कीमत) खरीदे गए। इसके अलावा इतने ही स्टैंड डीजलशेड में बनवाए गए।
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IMAGE CREDIT: Railway
यहां भी हुए रुपए खर्च

रक्तचाप की जांच के लिए करीब 2 हजार रुपए प्रतिनग की दर से 20 मशीन खरीदी गई। इसके अलावा इन सामान्य डिब्बों में तोडफ़ोड़ करके इनको मरीज के लायक बनाया गया। इसमे रेल कर्मचारी का वेतन भी शामिल है, इस कार्य में 70 डिब्बे बनाने में करीब 100 कर्मचारी दस दिन तक कार्य करते रहे। एक डिब्बे में कम से कम 8 मरीज रखने की योजना तो बनाई गई, लेकिन इस योजना को अब तक धरातल पर नहीं उतारा गया।
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IMAGE CREDIT: Railway
स्पेशल वॉर्ड भी बनाया गया
विशेष रेल डिब्बे बनाए गए हो यह भी नहीं है, रेलवे अस्पताल में नियमित रुप से आने वाले मरीजों को रोककर विशेष वॉर्ड बनाए गए। इस वॉर्ड के बनाने पर व्यय किया गया व इसके साथ सामान्य मरीजों को बाजार से दवा लेने को मजबूर किया गया। इन सब के बीच वॉर्ड तो है, लेकिन इसमे अब तक एक भी मरीज का उपचार के लिए प्राथमिकता तय नहीं की गई। इतना ही नहीं, डीजलशेड ने यह प्रचार किया वे आक्सीजन सिलेंडर के लिए स्टैंड बना रहे है, लेकिन इन बने हुए स्टैड का भी कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
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हमारी तैयारी आपात स्थिति को देखते हुए
देशभर में जब कोविड 19 के मरीज बढे़ं तो रेलवे ने इन मरीजों के उपचार में मदद के बाद मंडल द्वारा वरिष्ठ कार्यालय के आदेश के बाद विशेष डिब्बे बनाए गए। हमारी तरफ से तैयारी की गई है, आगे किस को भर्ती करना यह निर्णय स्थानीय प्रशासन को करना रहता है। हमारी तैयारी आपात स्थिति को देखते हुए की गई है।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रेल मंडल
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