असल में रेलवे में कुछदिन पूर्व अधिकारियों के आने-जाने के दौरान बुके देने पर रोक लगाई थी। इस बार इससे आगे बढ़कर नए वर्ष की बधाई देने के लिए छपने वाले कार्ड पर रोक लगा दी है। इस निर्णय से रतलाम मंडल में १३ हजार, पश्चिम रेलवे में करीब ३ लाख व देशभर में १५ लाख रेलकर्मियों पर असर पडेग़ा।
ये राशि लाखों रुपए में जाती रेलवे बोर्ड के निदेशक वीएन सिंह ने मंगलवार को इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। अेकेले रतलाम मंडल में ही बीते वर्षो में इस प्रकार के बधाई संदेश के कार्ड पर हर साल करीब १० लाख रुपए का व्यय होता रहा है। इसके अलावा पश्चिम रेलवे में इसकी बात करें तो ये राशि लाखों रुपए में जाती है।
ये लिखा आदेश में
रेलवे बोर्ड निदेशक सिंह ने जारी आदेश में इस बात का उल्लेख किया है कि नए वर्ष के बधाई संदेश देने के लिए कार्ड प्रिंट नहीं करवाए जाएं। इस पर तुरंत रोक लगाई जाती है। इसके बजाए ईमेल से बधाई संदेश दिए जाए।
रेलवे बोर्ड निदेशक सिंह ने जारी आदेश में इस बात का उल्लेख किया है कि नए वर्ष के बधाई संदेश देने के लिए कार्ड प्रिंट नहीं करवाए जाएं। इस पर तुरंत रोक लगाई जाती है। इसके बजाए ईमेल से बधाई संदेश दिए जाए।
ऐसे खर्च होता था सरकारी धन बधाई संदेश वाले एक कार्ड की रतलाम में कीमत २० से २५ रुपए व मुंबई मुख्यालय पर करीब ३५ से ४० रुपए होती है। रेलवे बोर्ड में इस प्रकार के जोन से करीब ५०० कार्ड व जोन के ६ मंडल में भेजने पर करीब २००० कार्ड की जरुरत होती है।
बोर्ड के आदेश का पालन
मंडल में बोर्ड के हर आदेश का पालन किया जाता है। पर्यावरण की बेहतरी के लिए उठाए गए इस कदम को भी अमल में लाया जाएगा। जेके जयंत, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल
मंडल में बोर्ड के हर आदेश का पालन किया जाता है। पर्यावरण की बेहतरी के लिए उठाए गए इस कदम को भी अमल में लाया जाएगा। जेके जयंत, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल