कर्मचारियों को घर बैठे वेतन
कचरा संग्रहण वाहनों में से प्रत्येक पर एक चालक और एक सहायक के रूप में नियुक्ति है। खराब पड़े करीब डेढ़ दर्जन वाहनों पर कार्यरत वाहन चालकों और उनके सहायकों को वाहन नहीं चलने के बाद भी निगम को हर माह वेतन देना ही पड़ रहा है। हर वाहन पर प्रतिमाह वेतन के रूप में करीब 15 से 20 हजार रुपए का खर्च करना पड़ रहा है। पिछले कई महीनों से खराब पड़े इन वाहनों को सुधारने में जितनी राशि खर्च होना थी उससे ज्यादा राशि तो कर्मचारियों के वेतन पर ही निगम ने खर्च कर दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि ये वाहन चालक और उसके सहायक इस समय कहां और क्या काम कर रहे हैं यह किसी को पता नहीं है।
हर समय रहते हैं 10 वाहन खराब
नगर निगम में 49 वार्डों के लिए खरीदे गए 49 कचरा संग्रहण वाहनों में से हर समय आठ से दस वाहन खराब ही पड़े रहकर निगम की कर्मशाला की शौभा बढ़ाते रहते हैं। हाल ही में इनकी संख्या इतनी अधिक हो गई है कि आधे शहर से कचरा संग्रहण नहीं हो पा रहा है। कुछ वाहन तो परमानेंट ही खराब हो गए हैं जो अब निगम परिसर में खड़े-खड़े ही बदतर स्थिति में पहुंच चुके हैं। ऐसे में कुछ वार्डों के ये वाहन तो परिसर से बाहर निकालने की स्थिति में नहीं है। पार्षदों की तरफ से लगातार शिकायतें आने के बाद भी कई वार्डों में नियमित रूप से कचरा संग्रहण वाहन नहीं पहुंच रहे हैं। पहुंचते भी हैं तो एक दिन छोड़कर या फिर दो दिन बाद।
कचरा संग्रहण वाहनों में से प्रत्येक पर एक चालक और एक सहायक के रूप में नियुक्ति है। खराब पड़े करीब डेढ़ दर्जन वाहनों पर कार्यरत वाहन चालकों और उनके सहायकों को वाहन नहीं चलने के बाद भी निगम को हर माह वेतन देना ही पड़ रहा है। हर वाहन पर प्रतिमाह वेतन के रूप में करीब 15 से 20 हजार रुपए का खर्च करना पड़ रहा है। पिछले कई महीनों से खराब पड़े इन वाहनों को सुधारने में जितनी राशि खर्च होना थी उससे ज्यादा राशि तो कर्मचारियों के वेतन पर ही निगम ने खर्च कर दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि ये वाहन चालक और उसके सहायक इस समय कहां और क्या काम कर रहे हैं यह किसी को पता नहीं है।
हर समय रहते हैं 10 वाहन खराब
नगर निगम में 49 वार्डों के लिए खरीदे गए 49 कचरा संग्रहण वाहनों में से हर समय आठ से दस वाहन खराब ही पड़े रहकर निगम की कर्मशाला की शौभा बढ़ाते रहते हैं। हाल ही में इनकी संख्या इतनी अधिक हो गई है कि आधे शहर से कचरा संग्रहण नहीं हो पा रहा है। कुछ वाहन तो परमानेंट ही खराब हो गए हैं जो अब निगम परिसर में खड़े-खड़े ही बदतर स्थिति में पहुंच चुके हैं। ऐसे में कुछ वार्डों के ये वाहन तो परिसर से बाहर निकालने की स्थिति में नहीं है। पार्षदों की तरफ से लगातार शिकायतें आने के बाद भी कई वार्डों में नियमित रूप से कचरा संग्रहण वाहन नहीं पहुंच रहे हैं। पहुंचते भी हैं तो एक दिन छोड़कर या फिर दो दिन बाद।
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13 वाहन खराब पड़े थे, तीन सुधरवाए
मेरी जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले तक 13 कचरा संग्रहण वाहन खराब पड़े हुए थे। इनमें से तीन वाहनों को आज ही सुधरवाया गया है। अब बचे हुए 10 वाहनों में से कुछ को जल्द ही सुधरवा लिया जाएगा। ऐसे धीरे-धीरे सभी वाहनों को सुधारकर वार्डों में पहुंचा दिया जाएगा।
आरएम सक्सेना, प्रभारी कार्यशाला नगर निगम
13 वाहन खराब पड़े थे, तीन सुधरवाए
मेरी जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले तक 13 कचरा संग्रहण वाहन खराब पड़े हुए थे। इनमें से तीन वाहनों को आज ही सुधरवाया गया है। अब बचे हुए 10 वाहनों में से कुछ को जल्द ही सुधरवा लिया जाएगा। ऐसे धीरे-धीरे सभी वाहनों को सुधारकर वार्डों में पहुंचा दिया जाएगा।
आरएम सक्सेना, प्रभारी कार्यशाला नगर निगम