डेढ़ सौ शहरों में होगी प्रतियोगिता
नगरीय निकायों के लिए जनसंख्या के मान से स्वच्छता की रेटिंग तय की गई है। रतलाम नगर निगम एक से तीन लाख की जनसंख्या वाले शहरों में शामिल की गई है। भारत सरकार की जनगणना 2011 के अनुसार इस समय देश में एक से तीन लाख तक की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या करीब डेढ़ सौ है। इन सभी शहरों के बीच इस जनसंख्या के मान से ही प्रतिस्पर्धा होगी। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए भारत सरकार ने तीन साल पहले जिस कंपनी को सर्वेक्षण का कार्य सौंपा था उसी कंपनी को दिए जाने की चर्चा है। इस समय देश में १ से तीन लाख की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या रेटिंग को अंजाम देगी और नगर निगम को सभी तरफ स्वच्छता दिखाने के लिए मशक्कत करना पड़ेगी।
नगरीय निकायों के लिए जनसंख्या के मान से स्वच्छता की रेटिंग तय की गई है। रतलाम नगर निगम एक से तीन लाख की जनसंख्या वाले शहरों में शामिल की गई है। भारत सरकार की जनगणना 2011 के अनुसार इस समय देश में एक से तीन लाख तक की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या करीब डेढ़ सौ है। इन सभी शहरों के बीच इस जनसंख्या के मान से ही प्रतिस्पर्धा होगी। स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए भारत सरकार ने तीन साल पहले जिस कंपनी को सर्वेक्षण का कार्य सौंपा था उसी कंपनी को दिए जाने की चर्चा है। इस समय देश में १ से तीन लाख की जनसंख्या वाले शहरों की संख्या रेटिंग को अंजाम देगी और नगर निगम को सभी तरफ स्वच्छता दिखाने के लिए मशक्कत करना पड़ेगी।
ये हैं चार सेगमेंट और अंक
1 – प्रमाणीकरण – स्वच्छता को लेकर किए जाने वाले दावों का प्रमाणीकरण सरकार द्वारा नियुक्त टीम करेगी। इसके लिए 1250 अंक निर्धारित हैं। इसमें से 80 फीसदी अंक थ्री स्टार रेटिंग के होंगे जबकि 20 फीसदी ओडीएफ के लिए तय है।
2 – प्रत्यक्ष निगरानी (डायरेक्ट आब्जर्वेशन) – इसके सेगमेंट के लिए भी स्वच्छता सर्वेक्षण में 1250 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें टीम खुद शहर में आकर स्वच्छता का आकलन अपनी नजरों से करेगी और निकाय को अंक देगी।
3 – स्तर सेवा प्रगति – निकायों में स्वच्छता के लिए किए जा रहे प्रयासों का स्तर देखा जाएगा। साथ ही ट्रेचिंग ग्राउंड की वहां की व्यवस्थाएं, सेग्रीगेशन के लिए किए जा रहे उपाय और इसकी प्रक्रिया की स्थिति देखकर अंक प्रदान किए जाएंगे।
4 – नागरिक प्रतिक्रिया – आम नागरिकों से नई दिल्ली में बैठी स्वच्छता की टीम मोबाइल फोन लगाकर सात प्रश्नों पर प्रतिक्रिया प्राप्त करेगी। इसके 850 अंक होंगे जबकि स्वच्छता एप डाउनलोड और शिकायतों के निवारण के 400 अंक होंगे।
1 – प्रमाणीकरण – स्वच्छता को लेकर किए जाने वाले दावों का प्रमाणीकरण सरकार द्वारा नियुक्त टीम करेगी। इसके लिए 1250 अंक निर्धारित हैं। इसमें से 80 फीसदी अंक थ्री स्टार रेटिंग के होंगे जबकि 20 फीसदी ओडीएफ के लिए तय है।
2 – प्रत्यक्ष निगरानी (डायरेक्ट आब्जर्वेशन) – इसके सेगमेंट के लिए भी स्वच्छता सर्वेक्षण में 1250 अंक निर्धारित किए गए हैं। इसमें टीम खुद शहर में आकर स्वच्छता का आकलन अपनी नजरों से करेगी और निकाय को अंक देगी।
3 – स्तर सेवा प्रगति – निकायों में स्वच्छता के लिए किए जा रहे प्रयासों का स्तर देखा जाएगा। साथ ही ट्रेचिंग ग्राउंड की वहां की व्यवस्थाएं, सेग्रीगेशन के लिए किए जा रहे उपाय और इसकी प्रक्रिया की स्थिति देखकर अंक प्रदान किए जाएंगे।
4 – नागरिक प्रतिक्रिया – आम नागरिकों से नई दिल्ली में बैठी स्वच्छता की टीम मोबाइल फोन लगाकर सात प्रश्नों पर प्रतिक्रिया प्राप्त करेगी। इसके 850 अंक होंगे जबकि स्वच्छता एप डाउनलोड और शिकायतों के निवारण के 400 अंक होंगे।