बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु डॉक्टर सैयदना मुफ्फदल सैफुद्दीन का रतलाम के रेलवे स्टेशन पर दीदार करने के लिए हजारों की संख्या में उनके अनुयायी पहुंचे। सैयदना चोहमेल से सूरत जाते समय कुछ देर स्टेशन पर रुके व बाहर आकर दीदार दिए। डॉक्टर सैयदना जयपुर मुम्बई ट्रेन में सूरत जा रहे थे। उनका विशेष कोच सबसे अंत में लगा हुआ था।
जल्दी रतलाम आऊंगा समाजजन ने विशेष मंच डॉ. मुफ्फदल के लिए बनाया था। ट्रेन के विशेष सेलून से उतरकर मंच पर सैयदना आए। उनके दीदार के लिए आए समाजजन को कहा कि व्यवस्था खुब अच्छी है, जल्दी रतलाम आउंगा। जैसे ही डॉ. मुफ्फदल ने यह कहा रेलवे स्टेशन परिसर का प्लेटफॉर्म नंबर चार हर्ष ध्वनी से गुंज उठा।
पूर्व में भी आए है स्टेशन पर समाज के वरिष्ठजन ने बताया डॉ. मुफ्फदल जब धर्मगुरु नहीं बने थे, तब 2015 में रतलाम आए थे व 6 दिन रुके थे। धर्मगुरु बनने के बाद 2020 में अवंतिका ट्रेन से इंदौर जाते समय प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर 20 मिनट तक रुके थे।
इन्होंने की व्यवस्था स्टेशन पर समाज के चारों आमिल उपस्थित रहे। व्यवस्था संभालने में बुरहानी गार्ड, शवाब कमेटी, तोलोबा कमेटी, पीआरओ कमेटी का योगदान रहा।