कम परिणाम वालों से वन टू वन चर्चा
बैठक के दौरान डीईओ ने तिमाही परीक्षा में २० फीसदी से कम परिणाम देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों से वन टू वन चर्चा की। उनसे कम परिणाम होने के कारण जाने गए। कुछ प्राचार्यों ने कहा कि बच्चे नहीं आ रहे हैं जिससे परिणाम प्रभावित हुए हैं। इस पर डीईओ ने उन्हें ही इसके लिए दोषी मानते हुए कहा कि आप लोग बच्चों से संपर्क करे और उन्हें पढऩे के लिए बुलाए तो दूसरे बच्चे भी तैयार होंगे। जब तक स्वयं गंभीर नहीं होंगे परिणाम नहीं सुधरेंगे।
डीईओ ने बैठक के दौरान कहा कि कुछ ही दिनों में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही है। आप लोगों को इसकी तैयारी अब बचे हुए समय में जितनी हो सके उतनी करना होगी। अद्र्धवार्षिक परीक्षा के परिणामों की समीक्षा के बाद विषय शिक्षक नहीं होने से उस स्कूल में नजदीकी शाला से किसी को अचैट किया जाएगा। रेमेडियल कक्षाएं ९ दिसंबर से हर स्कूल में शुरू करना अनिवार्य है। इसमें ज्यादा से ज्यादा बच्चों को स्कूल तक लाने के प्रयास किए जाएं।