script60 दिन बचे, अब पढ़ाई पर ध्यान दो | 60 days left, now focus on studies | Patrika News

60 दिन बचे, अब पढ़ाई पर ध्यान दो

locationरतलामPublished: Nov 24, 2021 12:28:05 pm

Submitted by:

kamal jadhav

कुछ प्राचार्यों ने बैठक में अपने प्रतिनिधि भेज दिए तो डीईओ ने उन्हें बैठक से कर दिया अपने स्कूल रवाना, अनुपस्थित प्राचार्यों से होगा जवाब-तलब

60 दिन बचे, अब पढ़ाई पर ध्यान दो

60 दिन बचे, अब पढ़ाई पर ध्यान दो

रतलाम।
जिला शिक्षा अधिकारी केसी शर्मा ने मंगलवार को उत्कृष्ट उमावि में हुई रतलाम, बाजना और सैलाना विकासखंड के प्राचार्यों की बैठक में स्पष्ट शब्दों में कह दिया कि अब पढ़ाई के लिए मुश्किल से 60 दिन का समय बचा हुआ है। जिन्होंने भी अपने स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया वे समझ ले कि उन्हें इस पर ही ध्यान देना पड़ेगा। परिणाम बिगड़ा तो जिम्मेदारी तय की जाएगी। किसी स्कूल में कोई विषय शिक्षक नहीं है तो तुरंत ही विभाग को अवगत कराएं। इससे बच्चों का कोई नुकसान नहीं हो इसके लिए कुछ न कुछ वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी।
प्राचार्यों ने भेज दिए प्रतिनिधि

आमतौर कर कुछ प्राचार्य ऐसी बैठकों से जानबुझकर दूरी बना लेते हैं और महत्वपूर्ण बैठकों में भी अपने प्रतिनिधि को भेजकर इतिश्री कर लेते हैं। कोरोना की वजह से लंबे समय बाद हुई परीक्षा परिणामों को सुधारने की कवायद करते हुए ली गई बैठक में भी कुछ प्राचार्यों ने स्वयं जाने की बजाय अपने प्रतिनिधि के रूप में व्याख्याता या अन्य को भेज दिया। बैठक शुरू होने पहले ही डीईओ ने प्राचार्यों के प्रतिनिधि के आने का पूछा। करीब आधा दर्जन प्राचार्यों के नहीं आने और उनके प्रतिनिधि के आने पर नाराजगी जताते हुए प्रतिनिधियों को बैठक से रवाना कर दिया। डीईओ शर्मा ने बताया बिना कोई पुख्ता कारण के कोई प्राचार्य अनुपस्थित रहकर अपने प्रतिनिधि भेज रहा है तो यह गंभीर विषय है। अनुपस्थित रहे प्राचार्यों से जवाब-तलब किया जाएगा।
60 दिन बचे, अब पढ़ाई पर ध्यान दो

कम परिणाम वालों से वन टू वन चर्चा
बैठक के दौरान डीईओ ने तिमाही परीक्षा में २० फीसदी से कम परिणाम देने वाले स्कूलों के प्राचार्यों से वन टू वन चर्चा की। उनसे कम परिणाम होने के कारण जाने गए। कुछ प्राचार्यों ने कहा कि बच्चे नहीं आ रहे हैं जिससे परिणाम प्रभावित हुए हैं। इस पर डीईओ ने उन्हें ही इसके लिए दोषी मानते हुए कहा कि आप लोग बच्चों से संपर्क करे और उन्हें पढऩे के लिए बुलाए तो दूसरे बच्चे भी तैयार होंगे। जब तक स्वयं गंभीर नहीं होंगे परिणाम नहीं सुधरेंगे।
9 दिसंबर से शुरू होगी रेमेडियल कक्षाएं
डीईओ ने बैठक के दौरान कहा कि कुछ ही दिनों में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने जा रही है। आप लोगों को इसकी तैयारी अब बचे हुए समय में जितनी हो सके उतनी करना होगी। अद्र्धवार्षिक परीक्षा के परिणामों की समीक्षा के बाद विषय शिक्षक नहीं होने से उस स्कूल में नजदीकी शाला से किसी को अचैट किया जाएगा। रेमेडियल कक्षाएं ९ दिसंबर से हर स्कूल में शुरू करना अनिवार्य है। इसमें ज्यादा से ज्यादा बच्चों को स्कूल तक लाने के प्रयास किए जाएं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो