scriptअभिनंदन की वापसी: जाने अब रतलाम के लोग देवप्रयाग में क्या करने वाले हैं | abhinandan back to india | Patrika News

अभिनंदन की वापसी: जाने अब रतलाम के लोग देवप्रयाग में क्या करने वाले हैं

locationरतलामPublished: Mar 03, 2019 05:45:18 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

अभिनंदन की वापसी: जाने अब रतलाम के लोग देवप्रयाग में क्या करने वाले हैं

patrika

अभिनंदन की वापसी: जाने अब रतलाम के लोग देवप्रयाग में क्या करने वाले हैं

रतलाम। पुलवामा में शहिद हुए ४० जवानों की आत्मशांति के लिए रतलाम के शिवभक्त बलवीर जगदीशसिंह पंवार के द्वारा तैयार करवाया गया, १८वां त्रिशूल देवप्रयाग में महाशिवरात्रि के दिन वैदिक मंत्रोच्चारण कर स्थापित किया जाएगा। देवभूमि प्रयाग के पं.संतोष राजगुरु ने बताया कि यह त्रिशूल शहिदों की याद में देवप्रयाग में मंत्रोच्चार के साथ महाशिवरात्रि पर स्थापित किया जाएगा। शिवभक्त बलवीरसिंह इसके बाद १९वां त्रिशूल मोजीशंकर महादेव मंदिर रतलाम के बड़ा हनुमान मंदिर साहु बावड़ी पर स्थापित करेंगे।

रतलाम के कोठारीवास निवासी पंवार द्वारा शहर सहित उज्जैन, बद्री विशाल, सतोवन स्वर्गारोहणी, मानसरोवर, रामवन, केदारनाथ, बद्रीनाथ, देव प्रयाग आदि स्थानों पर १७ त्रिशूल स्थापित कर चुके हैं। देवप्रयाग में स्थापित होने वाला त्रिशूल पितल की धातु से बनवाया गया है। जिसे हरिद्वार से ९० किमी दूर अलखनंदा और भागीरथी के संगम स्थल मां गंगा देव प्रयाग में स्थापित करने के लिए त्रिशूल राजगुरु के हाथों पहुंचाया जा चुका है।

यहां स्थापित करवा चुके शिवभक्त त्रिशूल
इसके पूर्व शिवभक्त पंवार २७ व १७ किलो के दो त्रिशूल बाबा अमरनाथ के चरणों में, १७ किलो रामवन, चंद्रेश्वर महादेव पटनीटाप, १९ किलो वजन केदारनाथ, ३१ किलो उज्जैन, ३ किलो शंकराचार्य श्रीनगर, ५ किलो वजनी स्वर्गारोहणी में स्थापित किया है। इसके अलावा २१ किलो वजनी गढ़कैलाश महादेव मंदिर पर स्थापित करवा चुके हैं।

राजेशमुनि का रतलाम पदार्पण, आज एकासन दिवस मनेगा
रतलाम। मालव केसरी गुरुदेव सौभाग्यमल महाराज के शिष्य राजेश मुनि महाराज एवं राजेंद्र मुनि महाराज 42 किलोमीटर का उग्र विहार कर कस्तूरबा नगर जैन स्थानक होते हुए धर्मदास जैन मित्र मंडल ट्रस्ट की विनंती पर नोलाईपूरा जैन स्थानक पर मंगल प्रवेश हुआ। गुरुदेव का होली चातुर्मास शहादा महाराष्ट्र है, किन्तु अल्प समय के लिए आप रतलाम पहुंचे।
श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल अध्यक्ष नीलेश मेहता, राजेश बोर्दिया, लोकेश मेहता, संदीप चोरडिया सहित नवयुवकों की पुरजोर विन्नति को ध्यान में रखते हुए पूज्यश्री के सानिध्य में आचार्य उमेश मुनि महाराज की जन्म जयंती पर पंच दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत व सौम्य चत्तर ने बताया कि पूज्यश्री के प्रवचन निरंतर प्रात: 9 से 10 बजे तक नोलाईपूरा स्थानक पर आयोजित किए जा रहे है। ट्रस्ट द्वारा शनिवार को जाप, 3 मार्च को एकासन दिवस, 4 को संवर दिवस, 5 को सामायिक दिवस एवं 6 मार्च को उपवास एवं गुणानुवाद सभा में गुरुदेव के गुणगान गाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए जाएंगे। राजेशमुनि पंजाब में चातुर्मास कर राज्यपाल वीपी सिंह द्वारा आपको शेर ऐ पंजाब की उपाधि से अलंकृत किया था। साथ ही बेले बेले उपवास के सर्च 30 से 40 किलोमीटर का प्रतिदिन विहार कर रतलाम पहुंचे है। प्रवचन की प्रभावना कांतिलाल मंडलेचा द्वारा एवं अतिथि सत्कार निहालचंद गांधी द्वारा लिया गया। संचालन संघ के कार्यकारिणी रखब चत्तर ने किया। श्री धर्मदास जैन श्री संघ के सदस्य, श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल, बहु मंडल महिला मंडल एवं श्री सौभाग्य प्रकाश युवक मंडल ने अधिक से अधिक समाजजनों से कार्यक्रम में पहुंचकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है।

हमेशा वर्तमान में जीना सीखो-अक्षय मुनी

रतलाम। एक मात्र धर्म प्राण देने वाला शांति देने वाला आनंद देने वाला होता है, हम कई बार सोचते लाखो रुपये दान देने से तपस्या से शांति मिलेगी। सोचते शायद मरने के बाद मिलेगी, इसके लिए बस रास्ता लिए सही कर लेना, शांति मिल जाएगी। आनंद हमारे सामने खड़ा है, वह नजर नहीं आएगा। सवर्तमान में जिना सिख लोगे तो आनंद की अनुभूति होगी। यह विचार शासन दीपक अक्षय मुनी महाराज ने पगारिया हाउस स्टेशन रोड पर धर्मसभा में व्यक्त किए। आपने फरमाया की विवेक में धर्म है और उसीमें सुख छिपा है। प्रतिपल विवेक में रहे उसमें हमारा अहम त्याग दो अहम त्यागेंगे तो हमेशा सत्य की और बढ़ेंगे, क्योकि सत्य नहीं असत्य ही हारेगा। हमें अमीरी में जिना गऱीबी में जीना या मध्य में जीना यह सोचेंगे, लेकिन तनाव से मुक्ति के लिए मध्य में आना पड़ेगा। दिनेश मुनी ने भी भाव रखे।
महेन्द्र गादिया ने बताया कि स्टेशन श्री संघ द्वारा कल 5-5 सामयिक का कार्यक्रम व सामयिक वालों का भोजन व प्रात: 9.30 बजे से प्रवचन टीआईटी रोड जैन धर्म शाला पर रखे गए है। सभा का संचालन बाबूलाल सेठिया ने किया। इस आयोजन में भाग लेने का आग्रह बाबूलाल सेठिया, प्रकाश कोठारी, निर्मल लुनिया, नितेश कोठारी, संघ मंत्री सुशील गोरेचा, नरेंद्र गोरेचा, पारस पगारिया, मुकेश पगरिया, दिलीप पावेचा, राजेश चोपड़ा, चन्द्र प्रकाश मांडोत, भंवरलाल खिमेसरा, अशोक तरसिंग, नरेन्द्र खाबिया, छोटेलाल भटेवरा चौहान आदि ने की।

ट्रेंडिंग वीडियो