बता दे कि फरवरी माह में पाकिस्तान से जुडे़ आतंकी संगठनों ने पुलवामा हमला किया था। इस हमले के बाद सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर चल गई थी। हर कोई आतंकी कार्रवाई के विरोध में सबक सीखाने की बात करने लगा था। यहां तक की रतलाम सहित देशभर से पाकिस्तान जाने वाले टमाटर उत्पादकों ने ये निर्णय लिया था कि वे चाहे जो हो जाए, लेकिन पाकिस्तान को अब टमाटर निर्यात नहीं करेंगे। इस बीच भारत ने बदला भी ले लिया व तगड़ी एयर स्ट्राइक की। इसके बाद भी अब तक टमाटर का निर्यात बंद है। अब इसके एक कदम आगे जाकर रतलाम के किसानों के एक बार फिर पाकिस्तान को सबक देने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। इस निर्णय की चारों तरफ प्रशंसा हो रही है।
ये हुआ बड़ा निर्णय जिले के तुफान सिंह चौराना ने बताया चोराना गांव के पान देश ही नहीं वरन विदेशों में भी प्रसिद्ध है। गांव चौराना में पैदा होने वाला पान खाड़ी देशों, सऊदी अरब अमीरात, बांग्लादेश तथा अनेक देशों में जाता है। परंतु अब गांव चोराना के पान उत्पादक किसानों ने यह फैसला किया है कि वे भारत के दुश्मन राष्ट्र पाकिस्तान को पान नहीं भेजेंगे। पान उत्पादक किसानों का कहना है कि देश हित निर्णय है। किसान महेंद्र चौरसिया ने बताया कि उनके इस निर्णय से उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, परंतु पाकिस्तान जैसा देश जो कि हमारे सैनिकों पर बार-बार हमला करता है, ऐसे देश को हम अपनी उपज नहीं बेचेंगे। बता दे कि रतलाम के चौरानी पान देश ही नहीं, पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।