परिजनों ने बताया कि रतलाम वरदान नगर निवासी काजल पुत्री मोहनसिंह सोलंकी की शादी दलौदा निवासी हिम्मत सिंह से तय हुई थी। शनिवार को बरबड़ मंदिर स्थित कृष्ण भवन में शादी होनी थी। लेकिन धारा ३०४ बी के तहत पुलिस ने गिरफ्तार किया था और कोर्ट ने पिछले दस दिन से जेल में भेज रखा था।
परिजनों ने काफी प्रयास किया कि उसे पैरोल मिले। लेकिन अंत तक पैरोल नहीं मिली। नतीजन शादी कैसिंल हो गई। जिस घर से दो डोली उठनी थी। वहां से छोटी बहन रूचि की ही डोली उठी। उसकी बारात दाहोद से आई थी। परिजनों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर को भी आवेदन देकर पैरोल पर रिहाई देने की अनुमति प्रदान करने गुजारिश की थी। लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली।
क्षेत्राधिकार में नहीं : विचाराधीन कैदी है, इसलिए इंदौर हाईकोर्ट से ही पैरोल दी जाएगी। न्यायालय से अर्जी खारिज हो गई है। – ओमप्रकाश श्रीवास्तव, कलेक्टर मंदसौर
पैरोल का नहीं मिला आदेश : सुनिल शर्मा ने कहा कि रात नौ बजे तक कोई आदेश नहीं आया कि हिम्मत ङ्क्षसह को पैरोल पर छोड़ा जाए। अभी वह जेल में बंद है। – सुनील शर्मा, जेल अधीक्षक मंदसौर