कुछ समय बाद जब सहायिका बेबी बारुपाल केंद्र पर पहुंची, जिन्होंने बताया कि कार्यकर्ता रेखा सौलंकी छुट्टी पर है। मेरी भी तबियत खराब थी इसलिए देर से आई, नास्ता अब तक नहीं आया शायद वाहन खराब हो गया होगा। केंद्र पर 30.35 बच्चे दर्ज है, जिसमें से 7-8 बच्चे नियमित आते हैं। बच्चे क्यों नहीं आए तो बताया कि अब मैं लेकर आती हूं। जब नास्ता-भोजन और थर्ड आहार किस समय पहुंचता है तो बताया कि थर्ड आहार कभी-कभी चार बजे तक आता है। यहां तक की केंद्र के बोर्ड पर पूर्व जिला कार्यक्रम अधिकारी का नाम तक नहीं बदला है।
इसी प्रकार लक्ष्मीनगर क्षेत्र की आंगनवाड़ी पर सुबह 9.30 बजे तक कोई बच्चा नहीं पहुंचा था, कार्यकर्ता ने बताया कि सर्दी के कारण बच्चे देरी से आते हैं, लेकिन समय अभी बच्चों का नहीं बदला। शास्त्रीनगर आंगनवाड़ी केंद्र पर दो बच्चे मिले यहां भी वहीं हाल बच्चे सर्दी के कारण सुबह जल्दी नहीं आते हैं, जबकि नास्ता पहुंच गया है। राजस्व कॉलोनी आंगनवाड़ी केंद्र 1 व दो पर बच्चों को कार्यकर्ता सुबह का नास्ता करवाते नजर आई। उनका भी यहीं कहना था कि सर्दी शुरू हो चुकी है इस कारण छोटे बच्चे देरी से आते हैं।
सर्दी शुरू हो चुकी है, आंगनवाडिय़ों का शीघ्र समय बदला जाएगा। दो-तीन दिन में जिलाधीश से अनुमति लेकर केंद्रों पर बच्चों के आने का समय बढ़ाया दिया जाएगा। जहां पर केंद्र नहीं खुले है, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
सुनिता यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग रतलाम