नामली में होने वाले आयोजन को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को लाने के लिए प्रशासन द्वारा परिवहन विभाग को २८८ बसों की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन अब तक की स्थिति में परिवहन विभाग का अमला महज १५० बसों की व्यवस्था ही कर सका है। शेष बसों की व्यवस्था करने में आरटीओ को भी पसीने छूटने लगे है।
ऑपरेटरों का नहीं हुआ भुगतान
बसों की व्यवस्था करने में आ रही परेशानी के पीछे कारण पूर्व में हुए आयोजनों में बसें लगाने के बाद भी अब तक बस ऑपरेटरों को पूरा भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है। एेसे में बसों की संख्या बढ़ाने के लिए आरटीओ ने अब कलेक्टर से मार्गदर्शन भी मांगा है। आज दोपहर तक व्यवस्था पूरी किए जाने की बात कही जा रही है।
बसों की व्यवस्था करने में आ रही परेशानी के पीछे कारण पूर्व में हुए आयोजनों में बसें लगाने के बाद भी अब तक बस ऑपरेटरों को पूरा भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है। एेसे में बसों की संख्या बढ़ाने के लिए आरटीओ ने अब कलेक्टर से मार्गदर्शन भी मांगा है। आज दोपहर तक व्यवस्था पूरी किए जाने की बात कही जा रही है।
सचिवों को दिए निर्देश
हर ग्राम पंचायत में सचिवों को निर्देशित किया गया है कि वे उनके क्षेत्र के किसानों को सीएम के कार्यक्रम में लेकर आएंगे। इसके लिए हर पंचायत में एक-एक बस की व्यवस्था भी की गई है। इन्हीं में सचिवों के माध्यम से किसानों को कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा।
हर ग्राम पंचायत में सचिवों को निर्देशित किया गया है कि वे उनके क्षेत्र के किसानों को सीएम के कार्यक्रम में लेकर आएंगे। इसके लिए हर पंचायत में एक-एक बस की व्यवस्था भी की गई है। इन्हीं में सचिवों के माध्यम से किसानों को कार्यक्रम स्थल तक लाया जाएगा।
इनका कहना है
मांगा है मार्गदर्शन
– सीएम के कार्यक्रम में किसानों को लाने के लिए २८८ बसों की व्यवस्था की जाना थी लेकिन अब तक १५० बसों की ही व्यवस्था हो सकी है। शेष की व्यवस्था के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मार्ग दर्शन मांगा है।
रीना किराडे़, आरटीओ
मांगा है मार्गदर्शन
– सीएम के कार्यक्रम में किसानों को लाने के लिए २८८ बसों की व्यवस्था की जाना थी लेकिन अब तक १५० बसों की ही व्यवस्था हो सकी है। शेष की व्यवस्था के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मार्ग दर्शन मांगा है।
रीना किराडे़, आरटीओ