स्टेट बैंक ऑफ इंडिया मुख्य शाखा पर पेंशनर अवेयरनेस गोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य प्रबंधक दीपिका यादव ने पेंशनरों को जहां बैंक के अनेक लाभकारी योजनाओं से अवगत कराया, वही पेंशनरों में भी अपनी समस्या से अवगत कराया। यादव ने मुख्य रुप से १२ प्रति माह प्रति बैंकधारक को दुर्घटना जीवन बीमा पालिसी, एवं बैंक द्वारा बैंक में रुपया जमा करने के लिए ग्रीन कार्ड की भी जानकारी दी। यादव ने कहा कि बैंक का प्रथम कर्तव्य है की ग्राहक को अच्छी से अच्छी सुविधा दी जाए। विशेष रुप से सीनियर सिटीजन पेंशनरों को कोई परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जाता है।
पेंशन मिलने में लगता है समय
पेंशन मिलने में लगता है समय
सेंट्रल गवर्नमेंट एवं रेलवे पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रकाश व्यास ने बताया कि कई पेंशनरों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशनर मिलने में महीनों लग जाते हैं जिससे अनेक परेशानियां उत्पन्न हो जाती है। व्यास ने बैंक की कार्यप्रणाली को इस प्रकार करने का विचार व्यक्त किया कि सेवानिवृत्ति के बाद ही पेंशन शुरू हो सके जिस पर बैंक प्रशासन, रेलवे से चर्चा कर विचार किया जाए। आपने कहा कि कई पेंशनरधारी पेंशनरों को बैंक से नगद राशि भुगतान के लिए मना कर एटीएम उपयोग के लिए प्रेरित किया जाता है जो सही नहीं है, क्योंकि हर पेंशनर जो 85 वर्ष से अधिक उम्र के होते हैं इतना एटीएम का उपयोग नहीं करता है। निकासी पर्ची पर हस्ताक्षर कर परिवार के किसी सदस्य के माध्यम से बैंक से पैसा निकालता है। इसलिए बैंक इस पर मना ना करें।
कभी भी प्रिंट ले सकते
कभी भी प्रिंट ले सकते
एक अन्य सवाल के जवाब में यादव ने बताया कि 24/7 की सेवा बैंक की मैन ब्रांच में प्रारंभ की है जहां आप कभी भी पासबुक प्रिंट ले सकते हैं। व्यास ने लाइव सर्टिफिकेट के लिए बैंक द्वारा विभिन्न स्थानों पर शिविर आयोजित कर सर्टिफिकेट प्राप्त करना चाहिए। इस अवसर पर पेंशनर रमेशचंद्र शुक्ला, दुर्गाप्रसाद मिश्रा, सुभाषचंद्र व्यास, मुकेश जोशी, बैंककर्मी विनोद डोडियार, संजय पाटीदार, शुभम श्रीवास्तव, सहित महिला पेंशनर आदि उपस्थित रहे।