आरपीएफ कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि उनकी मां को ब्रेल हेमरेज के बाद जयपुर के न्यूरो केयर अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां पर 7.80 लाख रुपए ऑपरेशन का व्यय बताया गया। उनके पास जो रुपए थे वो नाममात्र के थे। इसके बाद बैंक डायरेक्टर खान से बात की व मात्र दो घंटे में मां के ऑपरेशन के लिए 6 लाख रुपए की राशि उनके खाते में मंजूर होकर आ गई।
कुल कर्ज दी राशि – 23.37 करोड़ रुपए
कुल कर्मचारी जिनको कर्ज दिया – 656
कुल कर्मचारी जिन्होंने काम किया – 6 मिलकर काम किया
बैंक का उद्देश्य संकट के समय अपने अंशधारी के साथ खड़ा होना है। कोरोना काल में सबसे अधिक संकट रेल कर्मचारी या उनके परिजन के उपर आया था। सभी ने मिलकर काम किया व 656 कर्मचारियों को जरुरत अनुसार कर्ज दिया। हमारे यहां मात्र 10 कर्मचारी टीकाकरण के लिए शेष है जो जल्दी हो जाएगा।
– वाजिद खान, बैंक डायरेक्टर, जेसी बैंक