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मां के ऑपरेशन के लिए चाहिए थे 6 लाख रुपए, दो घंटे में दे दिया बैंक ने कर्ज

locationरतलामPublished: Jun 02, 2021 11:55:41 am

Submitted by:

Ashish Pathak

कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान कई अस्पताल के महंगे इलाज की सूचनाएं आई है। हाल ही में रेल मंडल के आरपीएफ के एक जवान की मां के उपचार के लिए 6 लाख रुपए कम पड़ रहे थे। जवान बैंक में गया तो मात्र दो घंटे में उपचार के लिए राशि मंजूर कर दी गई।

bank gave loan in two hours

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रतलाम. रेल मंडल केे अंशधारियों की जेसी बैंक ने एक नया रिकार्ड बनाते हुए मात्र दो घंटे में आरपीएफ के एक जवान की मां के इलाज के लिए छह लाख रुपए का कर्ज मंजूर कर खाते में राशि डाल दी। 5 अप्रेल को कोरोना से बाहर आते हुए बैंक ने अब तक 656 कर्मचारियों को कोरोना के इलाज के लिए 23 करोड़ रुपए मंजूर से अधिक करते हुए कर्ज दे दिया है। कोरोना काल में तो मात्र 21 में से मात्र 6 कर्मचारियों ने काम किया।
बैंक के अधिकारियों के अनुसार जब कोरोना का डबल अटैक हुआ तब बैंक के 21 में से 10 कर्मचारियों को यह बीमारी हुई। इसके बाद वैक्सीनेशन पर जोर दिया गया व 11 कर्मचारियों को टीकाकरण करवाया गया। जो 10 कर्मचारी शेष रह गए उनको भी अगले 84 दिन में वैक्सीनेशन करवाया जाएगा। लेकिन जब 5 अप्रेल को बैंक को खोला गया तो सबसे पहली चुनौती ही कर्मचारियों को कोरोना से बचाने की रही। तब डायरेक्टर नीलमकौर व वाजिद खान ने मिलकर बैंक प्रबंधक मुनिराज के साथ विशेष योजना बनाई। इसी का नतीजा रहा कि कर्मचारियों को कोरोना इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ा। जितने आवेदन आए उनको 2 से 24 घंटे में कर्ज के लिए मंजूर किया गया।
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इस तरह हुआ काम
आरपीएफ कर्मचारी धर्मेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि उनकी मां को ब्रेल हेमरेज के बाद जयपुर के न्यूरो केयर अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां पर 7.80 लाख रुपए ऑपरेशन का व्यय बताया गया। उनके पास जो रुपए थे वो नाममात्र के थे। इसके बाद बैंक डायरेक्टर खान से बात की व मात्र दो घंटे में मां के ऑपरेशन के लिए 6 लाख रुपए की राशि उनके खाते में मंजूर होकर आ गई।
फैक्ट फाइल
कुल कर्ज दी राशि – 23.37 करोड़ रुपए
कुल कर्मचारी जिनको कर्ज दिया – 656
कुल कर्मचारी जिन्होंने काम किया – 6

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मिलकर काम किया
बैंक का उद्देश्य संकट के समय अपने अंशधारी के साथ खड़ा होना है। कोरोना काल में सबसे अधिक संकट रेल कर्मचारी या उनके परिजन के उपर आया था। सभी ने मिलकर काम किया व 656 कर्मचारियों को जरुरत अनुसार कर्ज दिया। हमारे यहां मात्र 10 कर्मचारी टीकाकरण के लिए शेष है जो जल्दी हो जाएगा।
– वाजिद खान, बैंक डायरेक्टर, जेसी बैंक
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