चिकित्सा से कविता तक का सफर आपका वास्तविक व्यक्तित्व बताता मुख्य अतिथि महापौर डॉ. सुनीता यार्दे ने कहा कि पगडंडिया शीर्षक ही आकर्षक है। समाज का कोई भी ऐसा विषय नहीं है जिनके लिए कवि मन से बात न निकलती हो। कविता ईश्वर प्रदत्त गुण है। कवि मन की संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति सभी तक पहुंचाना भी साधारण बात नहीं है। आयोजन में अतिथि डीआरएम आरएन सुनकर ने कहा कि डॉ. शाह में असाधारण प्रतिभा छुपी हुई है। वास्तव में व्यक्ति जिस दिन पैदा होता है उसी दिन तय हो जाता है कि आप क्या होंगे। चिकित्सा से कविता तक का सफर आपका वास्तविक व्यक्तित्व बताता है। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए युवा संगीत निर्देशक सिद्धार्थ काश्यप ने कहा कि किसी भी रचना के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है उसका भाव। कवि के पास रचनात्मकता होना आवश्यक है। काश्यप ने कहा कि मैं बचपन से ही डॉ. शाह की कविताएं पढ़ता रहा हूं। मैंने ही आपसे कविताओं के पुष्पों को पुस्तकरूपी माला में संजोने का आग्रह किया था।
कवि दशोत्तर का किया सम्मान
काव्य संग्रह के पुस्तक विमोचन पर अतिथि के रूप में महापौर डॉ. यार्दे, डीआरएम सुनकर. कनकभाई शाह, इंदिरा एनके शाह मंचासीन थे। अतिथियों का स्वागत मयंक शाह, मेघा शाह ने किया। काव्य संग्रह कविता की पगडंडिया को सृजनात्मकता देने में अहम भूमिका निभाने वाले आशीष दशोत्तर का भी सम्मान किया गया। आयोजन में प्रमुख रूप से डॉ. अरूण पुरोहित, शरद फाटक, डॉ. जयंत सुभेदार, डॉ. आईएम कुरैशी, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, राकेश झालानी सहित नगर के गणमान्य नागरिक व चिकित्सकगणों की गरिमामय उपस्थिति थी। संचालन अब्दुल सलाम खोकर ने एवं आभार मयंक शाह ने माना।
काव्य संग्रह के पुस्तक विमोचन पर अतिथि के रूप में महापौर डॉ. यार्दे, डीआरएम सुनकर. कनकभाई शाह, इंदिरा एनके शाह मंचासीन थे। अतिथियों का स्वागत मयंक शाह, मेघा शाह ने किया। काव्य संग्रह कविता की पगडंडिया को सृजनात्मकता देने में अहम भूमिका निभाने वाले आशीष दशोत्तर का भी सम्मान किया गया। आयोजन में प्रमुख रूप से डॉ. अरूण पुरोहित, शरद फाटक, डॉ. जयंत सुभेदार, डॉ. आईएम कुरैशी, डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला, राकेश झालानी सहित नगर के गणमान्य नागरिक व चिकित्सकगणों की गरिमामय उपस्थिति थी। संचालन अब्दुल सलाम खोकर ने एवं आभार मयंक शाह ने माना।