
सीमावर्ती इलाके से पकड़ा गया था घातक विस्फोटक
मध्यप्रदेश और राजस्थान की राज्य सीमा से लगे निंबाहेड़ा में 30 मार्च को पुलिस ने वाहनों की जांच के दौरान रतलाम से पहुंची एक कार को रोकने के बाद गिरफ्तार किए गए सूफा के 3 आरोपियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा किया था। रतलाम निवासी आरोपी जुबेर, सेफुल्ला और अल्तमस कार में सवार होकर अपने साथ करीब 12 किलो विस्फोटक ले जा रहे थे। शुरुआती जांच में सामने आया कि ये तीनों ही आरोपी कार जयपुर ले जाना चाहते थे और जयपुर में कार से विस्फोट करने की साजिश की साजिश रची गई थी। इनसे पूछताछ के बाद राजस्थान एटीएस की निशानदेही पर मध्यप्रदेश एटीएस ने मास्टरमाइंड कहे जा रहे इमरान खान सहित 2 अन्य को गिरफ्तार कर जांच टीम को सौंपा था।

अब तक रतलाम में तीन बार एटीएस की छापामारी
साजिश का खुलासा होने के बाद राजस्थान एटीएस अब तक रतलाम में 3 बार छापामारी कर चुकी है। इस दौरान एटीएस ने 2 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया है तो कुछ घरों व एक पोल्ट्री फॉर्म की तलाशी के दौरान कुछ मात्रा में विस्फोटक और इसे बनाने की सामग्री भी जब्ती में ली है। इनकी जांच प्रयोगशालाओं में कराई जा रही है, ज्यादातर सामग्री रतलाम के बाजार की दुकानों से खरीदना भी सामने आया है। इसी आधार पर राजस्थान एटीएस ने रतलाम के करीब आधा दर्जन दुकानदारों से भी मामले में पूछताछ की है। वहीं, गिरफ्तार आरोपियों की रिमांड अवधि पूरी होने के बाद राजस्थान एटीएस जांच फाइल तैयार कर रही है तो मध्यप्रदेश एटीएस ने अपनी रिपोर्ट की तैयारी कर ली है।

जयपुर-रतलाम से लेकर दिल्ली तक हलचल
मामले में राजस्थान एटीएस लीड कर रही है तो मध्यप्रदेश एटीएस और दोनों ही राज्यों की पुलिस भी शामिल है। वहीं, खुफिया स्तर पर भी लगातार नजर रखी जा रही है, कुछ एजेंसियों ने तो राजस्थान और मध्यप्रदेश के कुछ अन्य शहरों में भी संदिग्धों को लेकर पूछताछ की है। भोपाल के मामले में भी इससे किसी कनेक्शन की तलाश की गई थी, हालांकि शुरुआती जांच में ऐसा सामने नहीं आया, लेकिन सूफा संगठन के कुछ सदस्य अन्य संगठनों के साथ भी काम कर रहे हैं, ये इनपुट एटीएस को मिला है। इन सब जांच के बीच शुक्रवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भोपाल दौरा अहम हो गया है। माना जा रहा है कि शाह हाल के मामलों को लेकर जांच एजेंसियों से बात कर सकते हैं।