सीवर का सबब: कहीं मिट़्टी डालकर रास्ता बिगाड़ा तो कहीं जारी खुदाई
श्रीमालीवास क्षेत्र: इस क्षेत्र में बीते चार दिनों से तीन प्रमुख गलियों में सीवर लाइन के पाइप डाले जा रहे है। रहवासी अजय माली ने बताया कि पाइप लाइन के लिए सीसी रोड को खोदा गया है, लेकिन पाइप डालने के बाद मिट्टी डालकर चले गए। इसको समतल भी नहीं किया गया है। अब वाहन लेकर घर तक जाने में भी गिरने का डर बना हुआ है। इसी क्षेत्र की एक अन्य गली में भी कार्य के बाद खोदे गए क्षेत्र को मिट्टी से ढंक दिया।
छोटी शीतला माता मंदिर क्षेत्र: इस क्षेत्र में बीते दिन से सीवर लाइन के कार्य की शुरूआत की गई है। निर्माण फर्म ने बिना किसी सूचना के जेसीबी की मदद से सीसी रोड को खोदकर कार्य शुरू कर दिया। रहवासी सुबह घरों से निकलते उसके पहले ही सड़क गड्ढे में बदल चुकी थी। रहवासी मनोहरलाल जैन ने बताया कि हमें तो सड़क खोदने की आवाज आने पर पता चला कि कार्य हो रहा है, दिनभर से आवाजाही बंद कर दी है।
श्रीमालीवास क्षेत्र: इस क्षेत्र में बीते चार दिनों से तीन प्रमुख गलियों में सीवर लाइन के पाइप डाले जा रहे है। रहवासी अजय माली ने बताया कि पाइप लाइन के लिए सीसी रोड को खोदा गया है, लेकिन पाइप डालने के बाद मिट्टी डालकर चले गए। इसको समतल भी नहीं किया गया है। अब वाहन लेकर घर तक जाने में भी गिरने का डर बना हुआ है। इसी क्षेत्र की एक अन्य गली में भी कार्य के बाद खोदे गए क्षेत्र को मिट्टी से ढंक दिया।
छोटी शीतला माता मंदिर क्षेत्र: इस क्षेत्र में बीते दिन से सीवर लाइन के कार्य की शुरूआत की गई है। निर्माण फर्म ने बिना किसी सूचना के जेसीबी की मदद से सीसी रोड को खोदकर कार्य शुरू कर दिया। रहवासी सुबह घरों से निकलते उसके पहले ही सड़क गड्ढे में बदल चुकी थी। रहवासी मनोहरलाल जैन ने बताया कि हमें तो सड़क खोदने की आवाज आने पर पता चला कि कार्य हो रहा है, दिनभर से आवाजाही बंद कर दी है।
हर 250 मीटर कार्य बाद करना है सुधार
टैंडर की शर्तो के अनुसार निर्माण फर्म को हर 250 मीटर में कार्य के बाद सबसे पहले सड़क सुधार का कार्य करना है, इसके बाद ही आगे कार्य शुरू किया जा सकता है। इस संबंध में नगरीय निकाय विभाग की ओर से भी एक टीम के निरीक्षण के बाद गाइड लाइन जारी की गई है, लेकिन निर्माण फर्म का पूरा ध्यान फिलहाल पाइप डालने पर ही लगा है।
कार्य स्थल के साथ अन्य क्षेत्र भी प्रभावित
निर्माण फर्म ज्यादातर इलाकों में पहले से बनी पक्की सड़क पर जेसीबी की मदद से खुदाई कर रही है। इससे छोटी गलियों में जेसीबी के भार के कारण कार्य स्थल के साथ आसपास की पक्की सड़क भी टूट रही है। पक्की नालियों का हिस्सा भी टूट गया है। इसकी मरम्मत भी फर्म को ही करना है, लेकिन इस पर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है।
तय अवधि में पूर्ण करना है कार्य
सरकार की ओर से सीवर लाइन से संबंधित सभी कार्य तय अवधि में पूर्ण करने के लिए कहा गया है। ऐसे में कई क्षेत्रों में एकसाथ कार्य हो रहा है, टैंडर के मुताबिक कार्य के बाद सड़क सुधार कार्य किया जाएगा। तकनीकी तौर पर खुदाई के तत्काल बाद ये कार्य नहीं हो सकता।
– नागेश वर्मा, प्रभारी सीवर लाइन कार्य नगर निगम
टैंडर की शर्तो के अनुसार निर्माण फर्म को हर 250 मीटर में कार्य के बाद सबसे पहले सड़क सुधार का कार्य करना है, इसके बाद ही आगे कार्य शुरू किया जा सकता है। इस संबंध में नगरीय निकाय विभाग की ओर से भी एक टीम के निरीक्षण के बाद गाइड लाइन जारी की गई है, लेकिन निर्माण फर्म का पूरा ध्यान फिलहाल पाइप डालने पर ही लगा है।
कार्य स्थल के साथ अन्य क्षेत्र भी प्रभावित
निर्माण फर्म ज्यादातर इलाकों में पहले से बनी पक्की सड़क पर जेसीबी की मदद से खुदाई कर रही है। इससे छोटी गलियों में जेसीबी के भार के कारण कार्य स्थल के साथ आसपास की पक्की सड़क भी टूट रही है। पक्की नालियों का हिस्सा भी टूट गया है। इसकी मरम्मत भी फर्म को ही करना है, लेकिन इस पर जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे है।
तय अवधि में पूर्ण करना है कार्य
सरकार की ओर से सीवर लाइन से संबंधित सभी कार्य तय अवधि में पूर्ण करने के लिए कहा गया है। ऐसे में कई क्षेत्रों में एकसाथ कार्य हो रहा है, टैंडर के मुताबिक कार्य के बाद सड़क सुधार कार्य किया जाएगा। तकनीकी तौर पर खुदाई के तत्काल बाद ये कार्य नहीं हो सकता।
– नागेश वर्मा, प्रभारी सीवर लाइन कार्य नगर निगम