मुख्य आरोपियों सहित पूर्व अधीक्षिका का रिमांड समाप्त स्कैंडल के दोनो मुख्य आरोपियों सहित पूर्व अधीक्षिका का रिमांड समाप्त होने के बाद फिर से जेल भेज दिया गया है। कुंदन कुटीर बालिका गृह में बालिकाओं के शोषण के मामले में मंगलवार को मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों ने डॉ. भारतीय के संरक्षण में रहने वाली 6 साल की मासूम के साथ रेप नहीं किए जाने की पुष्टी की, जबकि जांच अधिकारी और एसडीएम तथा पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मेडिकल रिपोर्ट में रेप करने की कोशिश किए जाने की रिपोर्ट पाजीटिव मिली थी, इसके बाद आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया है।
अब 12 फरवरी को मामले की अगली सुनवाई
डीवीआर का पासवर्ड नहीं मिलने तथा बालिकाओं की अधूरी जानकारी के मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने स्कैंडल के मुख्य आरोपी बालिकागृह की संचालिका डॉ. रचना के साथ उनके पति ओमप्रकाश तथा पूर्व अधीक्षिका नेहा सिसौदिया का रिमांड मांगा था। रिमांड की अवधि समाप्त होने पर बुधवार को तीनों आरोपियों को एसआईटी ने न्यायाधीश ओपी बोहरा की कोर्ट में पेश किया। जहां से रचना और नेहा को रतलाम जेल तथा ओमप्रकाश को पुन: जावरा जेल भेज दिया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई 12 फरवरी को होगी।
डीवीआर का पासवर्ड नहीं मिलने तथा बालिकाओं की अधूरी जानकारी के मामले में पूछताछ के लिए पुलिस ने स्कैंडल के मुख्य आरोपी बालिकागृह की संचालिका डॉ. रचना के साथ उनके पति ओमप्रकाश तथा पूर्व अधीक्षिका नेहा सिसौदिया का रिमांड मांगा था। रिमांड की अवधि समाप्त होने पर बुधवार को तीनों आरोपियों को एसआईटी ने न्यायाधीश ओपी बोहरा की कोर्ट में पेश किया। जहां से रचना और नेहा को रतलाम जेल तथा ओमप्रकाश को पुन: जावरा जेल भेज दिया गया है। इस मामले की अगली सुनवाई 12 फरवरी को होगी।
किसकी सरकार में हुए थे पदस्थ
कुंदन कुटीर गृह में हुए शोषण के मामले में बाल आयोग के सदस्यों द्वारा अपनी रिपोर्ट में जो कहा है, इस मामले में मंगलवार की रात में जावरा पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने कहा कि बाल आयोग के जो सदस्य आए थे, वे कौन थे और उन्हें किस सरकार में पदस्थ किया गया था। पहले इसकी पुष्टी की जाए, सिंह के इस बयान के बाद अब इस मामले में फिर नया मोड़ ले लिया है। बुधवार को मंदसौर जाते समय संभागायुक्त अजीत कुमार जावरा सर्किंट हाऊस पहुंचे जहां पत्रकारो से चर्चा करते हुए कहा कि बाल आयोग ने क्या कहा है इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। पुलिस अपना काम कर रही है, न्यायीक जांच रिपोर्ट के बाद आरोप सिद्ध होने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। रहवासी क्षेत्र में बालिकागृह किस प्रकार संचालित हो रहा है, इसकी जांच की जा रही है। इस पर भी कार्रवाई की जाएगी। जिन अधिकारियों की जवाबदारी थी, उन्हें निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की जांच अभी चल रही है, इस मामले में जो भी दोषी है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
कुंदन कुटीर गृह में हुए शोषण के मामले में बाल आयोग के सदस्यों द्वारा अपनी रिपोर्ट में जो कहा है, इस मामले में मंगलवार की रात में जावरा पहुंचे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह ने कहा कि बाल आयोग के जो सदस्य आए थे, वे कौन थे और उन्हें किस सरकार में पदस्थ किया गया था। पहले इसकी पुष्टी की जाए, सिंह के इस बयान के बाद अब इस मामले में फिर नया मोड़ ले लिया है। बुधवार को मंदसौर जाते समय संभागायुक्त अजीत कुमार जावरा सर्किंट हाऊस पहुंचे जहां पत्रकारो से चर्चा करते हुए कहा कि बाल आयोग ने क्या कहा है इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है। पुलिस अपना काम कर रही है, न्यायीक जांच रिपोर्ट के बाद आरोप सिद्ध होने के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है, 6 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। रहवासी क्षेत्र में बालिकागृह किस प्रकार संचालित हो रहा है, इसकी जांच की जा रही है। इस पर भी कार्रवाई की जाएगी। जिन अधिकारियों की जवाबदारी थी, उन्हें निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की जांच अभी चल रही है, इस मामले में जो भी दोषी है उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।