कॉलेजों में प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की इतनी संख्या होने से फिलहाल उच्च शिक्षा विभाग तय नहीं कर पा रहा है कि परीक्षाओं का आयोजन कैसे कराया जाए। इसलिए पहले दौर में स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की छात्र संख्या लेकर इसकी तारीख तय कर दी गई है। कई कॉलेजों में इन कक्षाओं की छात्र संख्या भी इतनी हो रही है कि सोश्यल डिस्टेंसिंग के अनुसार बैठाने पर जगह कम पड़़ रही है। शहर के स्वामी विवेकानंद वाणिज्य महाविद्यालय में इन कक्षाओं में करीब तीन सौ विद्यार्थी हो रहे हैं। ऐसे में अग्रणी कॉलेज की तरफ से इनकी संख्या कम करके जिन विद्यार्थियों को कम किया जा रहा है उन्हें साइंस एंड आटर््स कॉलेज में स्थानांतरित करने का पत्र भी लिखा है।
जिले में यूं तो ११ कॉलेज है किंतु सभी कॉलेज परीक्षा केंद्र नहीं हैं। केवल उन्हीं कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है जो काफी पुराने हैं और वहां पर्याप्त स्टॉफ और प्राचार्य मौजूद हैं। इनमें साइंस एंड ऑट्र्स, वाणिज्य महाविद्यालय, कन्या महाविद्यालय, शासकीय महा. सैलाना, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जावरा, शासकीय महा. सैलाना, आलोट और कालूखेड़ा महाविद्यालय को केंद्र बनाया गया है।
साइंस एंड आटर््स कॉलेज रतलाम- 746
भगतसिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय जावरा में – 560
कन्या महाविद्यालय रतलाम – 416
वाणिज्य महाविद्यालय रतलाम – 277
आलोट कॉलेज – 249
सैलाना कॉलेज – 162
कालूखेड़ा कॉलेज – 64
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कॉलेजों की परीक्षाएं 29 से
कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष और चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं 29 जून से शुरू होने जा रही है। अभी केवल तारीख ही तय की गई है टाइम टेबल जारी नहीं किया गया है। वाणिज्य महाविद्यालय में भवन में स्थान से विद्यार्थियों की संख्या ज्यादा होने से वहां के कुछ विद्यार्थियों को साइंस एंड आटर््स कॉलेज में स्थानांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है। स्नातक प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए अभी कोई निर्देश नहीं मिले हैं। हर कॉलेज में दो परीक्षार्थी के बीच एक मीटर की दूरी रखना अनिवार्य है।
डॉ. संजय वाते, प्राचार्य अग्रणी कालेज रतलाम