scriptकृषि उपज मंडी के बड़े तौल कांटे में गड़बड़ झाला | Big weights of agricultural produce market get disturbed in the fork | Patrika News

कृषि उपज मंडी के बड़े तौल कांटे में गड़बड़ झाला

locationरतलामPublished: May 11, 2018 12:33:34 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

कृषि उपज मंडी में हाईड्रोलिक तौल के बाद ४० किलो का अंतर मंडी सचिव से शिकायत सचिव ने बंद करवाने के लिए नापतौल विभाग को कहा

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रतलाम। कृषि उपज मंडी में आए दिन बड़े तौल कांटे में वजन के दौरान आ रहे अंतर से किसान और व्यापारी के साथ मंडी प्रशासन भी परेशान हो गया है। कई बार किसानों द्वारा वजन कम होने का विरोध करते हुए कांटे को बंद करवाने की मांग की तो बार-बार आ रही परेशानी को लेकर मंडी प्रशासन ने भी नापतौल विभाग से कांटे की जांच रिपोर्ट तैयार कर उसे तुरंत बंद करवाने को कहा है, लेकिन जब भी कांटे मेंं अंतर आया और विरोध हुआ नामतौप विभाग अधिकारी ने मौके पर जांच कर कांटे को सही पाया। अब तक मंडी व्यापारी भी कांटे के संबंध में सचिव से बंद करवाने की शिकायत करने लगे हैंं कि ४० किलो को अंदर और बाहर के कांटे में अंतर है। उल्लेखनीय है कि मंडी परिसर में लगा बड़ा कांटा ट्रक तौल के लिए होकर ५०० मेट्रिक टन का है। बताया तो यह भी जाता है कि इसके लोड शेड में खराबी आ रही है, जिस कारण से बार-बार वजन में अंतर आता है और फिर विवाद बढ़ता है।
व्यापारी प्रतिनिधि मनोज जैन ने सचिव को बताया कि एक नया कांटा मंडी में लगवाओं। इस बड़े तौल कांटे में ४० किलो अंतर आ रहा है, इसे बंद करवाओ, हर दिन विवाद होते हैं। मैने में अंदर और बाहर तौल करवाया तो दो गाडिय़ों में ४०-४० किलो का अंतर आया है। इसके लोड शेड में परेशानी आ रही है। इस कारण से वजन में अंतर आता है।
शाम होते लगती बड़े तौल कांटे वाहनों की लंबी कतार
कृषि उपज मंडी में सरकारी खरीदारी केंद्र धराड़, नामली और नगरा को बनाया गया। जिसमें गेहूं, चना, सरसो और मसूर की खरीदारी की जा रही है। कम मजदूर और कांटे के साथ सिलाई मशीन की बार-बार बिगडऩे के कारण आ रही परेशानी के चलते किसान पूरे दिन परेशान होते हैं। यहां तक की सुबह से आए किसानों की उपज की जांच दोपहर २ बजे बाद की जाती है तो इसके बाद बड़े तौल कांटे पर वजन किया जाता है। शाम को कांटे और केंद्रों पर रात तक तौल कार्य चलता रहता है इस मध्य किसान परेशान होते हैं। किसान मांगीलाल पाटीदार और सुरतसिंह ने बताया कि यह तो हर दिन की परेशानी है दोपहर बाद ही जांच और तौल के लिए भेजा जाता है, यह कार्यप्रणाली से किसान परेशान होते रहते हैं।
नापतौल को किया सूचित
हमने नापतौल विभाग को इस संबंध में सूचित कर दिया है कि वे इसकी सही रिपोर्ट तैयार करें, बार-बार विवाद की स्थिति मंडी में वजन में अंतर आने के कारण उत्पन्न होती है। रिपोर्ट आने पर जिला प्रशासन को अवगत कराकर इसे बंद करवाने की कार्यवाही की जाएगी। विभागीय अधिकारी ने जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही है। केंद्र प्रभारी को भी सुबह तौल के लिए कहा है।
एमएल बारसे, सचिव कृषि उपज मंडी, रतलाम
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