असल में हाल ही में कांगे्रस ने ये निर्णय लिया है कि जो टिकट के दावेदार सोशल मीडिया पर बेहतर व अधिक सदस्य संख्या वाले होंगे, उनको टिकट दिया जाएगा। वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का सबसे अधिक व बेहतर उपयोग करने वाले पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह व नरेंद्र मोदी ने पत्रकारों के लिए बड़ी योजना बनाई है। इस योजना में सांसद व विधायक के साथ-साथ उनके निजी सचिव को भी जोड़ा गया है। बता दे कि मार्च 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पार्टी अध्यक्ष अमितशाह ने सांसदों को अपने सोशल मीडिया खातों में तीन लाख लाइक्स लाने की बात की थी। अब इस कार्य में सांसद व विधायक के साथ-साथ उनके निजी सचिवों को भी ये जिम्मेदारी दे दी है कि वे पत्रकारों से बेहतर संबंध बनाए।
मीडिया का रखे हिसाब-किताब बता दे कि भाजपा ने विधायक व सांसदों को कहा है कि वे अपने निजी सचिवों को इस बारे में बता दे कि वे पत्रकारों के साथ बेहतर संबंध बनाए। इसके अलावा सोशल मीडिया का हिसाब-किताब भी रखें। इसमे सोमशल मीडिा पर प्रोफाइल व डाटाबेस को अपडेट करते रहे। बता दे कि उज्जैन संभाग में उज्जैन सांसद चिंतामणी मालवीय व मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता इस मामले में अव्वल है। उनकी टीम सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय है। इसी प्रकार रतलाम जिले में शहर विधायक व राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप स्वयं सोमल मीडिया पर अपडेट रहते है।
अब दो दिन का होगा प्रशिक्षण भाजपा अब पार्टी से जुडे़ सांसद व विधायकों के साथ-साथ इनके निजी सचिवों को पत्रकारों से बेहतर संबंध बनाने का प्रशिक्षण देने जा रही है। इसके लिए हर सप्ताह शुक्रवार व शनिवार को दिल्ली में प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा। चुनाव करीब आते ही इस प्रकार के प्रशिक्षण की शुरुआत तो हुई है साथ ही 65 पेजों की गाइडलाइन भी किताब के रुप में जारी की गई है। इसमे मतदाताओं से बात करने के तरीके, पत्रकारों से बात करने के तरीके, आमजन के लिए फंड के उपयोग करने के तरीके आदि के बारे में बताया गया है। इस किताब में भाजपा की विचारधारा के साथ-साथ पार्टी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
मीडिया के बारे में भी लिखा हुआ इस किताब में एक चेप्टर पूरा मीडिया के बारे में भी लिखा हुआ है। इसमे मोबाइल मीडिया, सोशल मीडिया के उपयोग के तरीके, निजी सहायक व सचिवों का मीडिया से बेहतर संबंध आदि के बारे में विस्तार से लिखा गया है। इसके अलावा कार्यालय में मीडिया का व्यक्ति आए तो उसका आदर करने, किस तरीके से बात करें, इस बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमे सोशल मीडिया में क्या पोस्ट करना, किस तरह से उनको चलाना आदि की जानकारी भी दी गई है।
सबसे बड़ी ताकत मीडिया देश में मीडिया सबसे बड़ी ताकत है। हम चुनाव के साथ-साथ विकास में भी इसका बेहतर उपयोग करना चाहते है। ये तरीका ही हमारा पार्टी विथ डिफरेंस है। कई बार सांसद या विधायक व्यस्त रहते है, एेसे में निजी सहायक सही से बात कर सके, इसलिए इस तरह के प्रशिक्षण की शुरुआत की गई है।
– कानसिंह चौहान, जिलाध्यक्ष, भाजपा