नामांकन दाखिल होने के साथ ही चुनावी जनसम्पर्क की शुरुआत हो चुकी है, तो फूल मालाओं की भी पूछ परख जमकर हो रही है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में करीब 55-60 के करीब फूलमाला व्यवसायियों की दुकान है, जहां पर प्रतिदिन सामान्यत: 1 से डेढ़ टन फूल की खपत होती है, लेकिन चुनावी जनसम्पर्क के दौरान यहीं मांग 3 से 5 टन तक पहुंच जाती है। फूल माला व्यापारियों का कहना है कि सोमवार से फूल मालाओं का उठाव शुरू हो गया है, अब धीरे-धीरे मांग भी अधिक होगी। अन्य फूलों के मुकाबले पीले गेंदे का भाव 25-30 रुपए किलो तक चल रहा है, जबकि गुलाब 25-30 रुपए, गोल्डन गेंदा-50-60, कलकत्ती- 15-20 रुपए, गेंदा- 25-30 रुपए किलो के भाव मंडी में है।
पीले गेंदे की माला अधिक पसंद फूलमाला व्यापारी दिलीप माली ने बताया कि दोनों तरफ के प्रत्याशियों की और से करीब 50 मालाएं मंगवाई गई थी, 15-20 रुपए प्रति माला के मान से अभी जा रही है, पीले गेंदे के फूलों की मांग अधिक है। जैसे जैसे जनसम्पर्क बढ़ेगा, अधिक मांग के साथ खपत भी अधिक होगी। शहर के माणकचौक में करीब फूल मालाओं की 25 दुकानें है, इसके अलावा करीब 10 चांदनीचौक, 8 दो बत्ती क्षेत्र, 10 श्रीराम मंदिर क्षेत्र में लगती है।
गोल्डन गेंदे का भाव 50-60 रुपए किलो पीले गेंदे की मांग अधिक है, जो 25-30 रुपए प्रति किलो जा रहा है और प्रतिदिन करीब 8-10 टन मंडी पहुंच रहा है। इसके अलावा गोल्डन गेंदा 50-60 रुपए किलो है जो करीब डेढ़ टन तक पहुंच रहा है, कम आवक के कारण भाव में तेजी है। प्रत्याशियों के स्वागत में मालाओं की मांग बड़ जाती है, इसके अलावा लाभ पंचमी के मुहूर्त को लेकर गुजरात में भी करीब 30 टन माल रतलाम से पहुंचा है। सामान्य दिनों की मुकाबले शहर में अब करीब 3 से 5 टन तक फूलों की खपत होने की संभावना है।
तेजपाल रेडा, फूल व्यापारी
तेजपाल रेडा, फूल व्यापारी