अधिकांश किसान अपनी उपज निकालने में लगा हुआ है और मंडी में प्रतिदिन 300-350 तक ट्राली पहुंच रही है, क्योंकि सरकार द्वारा भावांतर फ्लेट रेड योजना अन्तर्गत 19 जनवरी तक ही सोयाबीन की खरीदी जाएगी। जबकि कई किसानों इस माह बाद भाव में तेजी की संभावना है, जिस कारण से रोके भी रखे हुए है।
सोयाबीन-मक्का दोनों में तेजी
27 दिसंबर को रतलाम मंडी में सोयाबीन 2800 से 3351 रुपए क्विंटल बिक रहे थे, जो 9 जनवरी को 3270 से 3560 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिक गए। यहीं हाल अन्य मंडियों के भी रहे। रिंगनिया के किसान विनोद पाटीदार ने बताया कि किसानों को बोनस के साथ भाव अच्छे मिल रहे हैं और इस कारण से अच्छी आवक हो रही है, कई किसानों को आगे भी अच्छे भाव की उम्मीद है। मंडी सोयाबीन व्यापारी मनोज जैन का कहना है कि डीओसी में सोयाबीन की डिमांड अच्छी है इसलिए भाव में अचानक तेजी आई है। इसी का साथ मक्का भी पहले 12-13 रुपए किलो थी अब 18 रुपए किलो तक भाव चले गए है।
27 दिसंबर को रतलाम मंडी में सोयाबीन 2800 से 3351 रुपए क्विंटल बिक रहे थे, जो 9 जनवरी को 3270 से 3560 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिक गए। यहीं हाल अन्य मंडियों के भी रहे। रिंगनिया के किसान विनोद पाटीदार ने बताया कि किसानों को बोनस के साथ भाव अच्छे मिल रहे हैं और इस कारण से अच्छी आवक हो रही है, कई किसानों को आगे भी अच्छे भाव की उम्मीद है। मंडी सोयाबीन व्यापारी मनोज जैन का कहना है कि डीओसी में सोयाबीन की डिमांड अच्छी है इसलिए भाव में अचानक तेजी आई है। इसी का साथ मक्का भी पहले 12-13 रुपए किलो थी अब 18 रुपए किलो तक भाव चले गए है।
सोयाबीन के पंजीकृत 38211 किसानों ने बेची उपज कृषि उपज मंडी रतलाम जिले में खरीफ 2018 फ्लैट भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत ५ जनवरी तक जिले के पंजीकृत 38211 किसान जिसमें रतलाम के 15487, सैलाना के 5897, ताल के 9023 और आलोट के 7804 किसान शामिल है। जिन्होंने अब तक अपनी उपज 788763 क्विंटल मंडी में बेची है। इसी प्रकार मक्का के पंजीकृत 865 किसानों ने अपनी उपज 15758 क्विंटल बैची है।
किसानों के विरोध के बाद व्यापारियों को बुलाकर नीलामी शुरू की
रतलाम। महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में बैंक हड़ताल के कारण 9 जनवरी को नीलामी प्रक्रिया बंद थी, लेकिन कई किसान मंगलवार की रात्रि और बुधवार सुबह तक करीब 111 किसान अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच गए थे। नीलामी बंद और व्यापारियों के नहीं आने पर किसानों आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे, इसी मध्य मंडी कर्मचारियों और सुरेंद्रसिंह भाटी ने मौके पर पहुंचकर किसानों का शांत कर व्यापारियों को बुलवाया और नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ करवाई तब जाकर मामला शांत हुआ। इसके बाद मंडी प्रशासन द्वारा व्यापारियों को सहमत कर निलामी दोपहर 1 बजे प्रारंभ करवाई गई। करीब 1 करोड़ का व्यापार बैंकें बंद होने के कारण उधार में हुआ। मंडी सहायक सचिव एसएन गोयल ने बताया कि कृषि उपज मंडी में वैसे तो बैंक हड़ताल के कारण नीलामी बंद रखा गया था, लेकिन फिर भी करीब 111 ट्राली में अपनी उपज महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी पहुंच गए थे। सोयाबीन की 90, गेहूं की 6 और चने की 15 ट्राली मंडी में नीलाम करवाई गई।
रतलाम। महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में बैंक हड़ताल के कारण 9 जनवरी को नीलामी प्रक्रिया बंद थी, लेकिन कई किसान मंगलवार की रात्रि और बुधवार सुबह तक करीब 111 किसान अपनी उपज लेकर मंडी पहुंच गए थे। नीलामी बंद और व्यापारियों के नहीं आने पर किसानों आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे, इसी मध्य मंडी कर्मचारियों और सुरेंद्रसिंह भाटी ने मौके पर पहुंचकर किसानों का शांत कर व्यापारियों को बुलवाया और नीलामी प्रक्रिया प्रारंभ करवाई तब जाकर मामला शांत हुआ। इसके बाद मंडी प्रशासन द्वारा व्यापारियों को सहमत कर निलामी दोपहर 1 बजे प्रारंभ करवाई गई। करीब 1 करोड़ का व्यापार बैंकें बंद होने के कारण उधार में हुआ। मंडी सहायक सचिव एसएन गोयल ने बताया कि कृषि उपज मंडी में वैसे तो बैंक हड़ताल के कारण नीलामी बंद रखा गया था, लेकिन फिर भी करीब 111 ट्राली में अपनी उपज महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी पहुंच गए थे। सोयाबीन की 90, गेहूं की 6 और चने की 15 ट्राली मंडी में नीलाम करवाई गई।