यह है एनजीटी की प्राथमिकताएं
– पीओपी से निर्मित प्रतिमाओं पर रोक, इससे जल स्त्रोत दूषित होते है।
– रसायनों के उपयोग के कारण प्रतिमाओं के साथ अशुद्धता मिलती है।
– पीओपी के तत्व पानी के मानक तत्वों का संतुलन बिगाड़ देते है।
– पानी में कठोरता आने के साथ ही स्वाद में परिवर्तन का कारण बनता है।
माटी की प्रतिमाओं से यह फायदा
– मिट्टी पानी में घुलनशील होने के कारण प्रभाव नहीं छोड़ती।
– मिट्टी के कच्चे रंगों का उपयोग होने से हानिकारक प्रभाव नहीं।
एक्सपर्ट व्यू….
माटी के गणपति ही श्रेष्ठ
आज पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हमें जागृत होकर सचेत भी होना होगा। रसायनों के कारण जल स्त्रोतों को दूषित किया जाता है, इससे बचाव के लिए हम माटी के गणपति बनाकर संरक्षण के सहभागी बन सकते है। आईए, संकल्प ले हम पर्यावरण बचाएंगे।
– रत्नेश विजयवर्गीय, समन्वयक जन अभियान परिषद रतलाम
पत्रिका: सेल्फी विथ गणेशा
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठने वाले हर कदम का पत्रिका स्वागत करता है। गणेश उत्सव के लिए माटी से निर्मित होने वाली प्रतिमाओं को ‘सेल्फी विथ गणेशाÓ कैम्पेन के तहत प्रकाशित किया जाएगा। माटी की प्रतिमा बनाने वाले सेल्फी लेकर अपने नाम के साथ प्रतिमा बनाने की प्रेरणा कैसे मिली यह हमें वाट्सएप के माध्यम से भेज सकते है।
हमें भेजें अपनी सेल्फी…
– वाट्सएप नंबर:
मंदसौर, ९००९००१९००।
जावरा, ९४२४०४९१७२।
रतलाम, ९४२५९३५७९०।