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माटी के गणेश बनाकर मनाएं मंगलमूर्ति का उत्सव

locationरतलामPublished: Aug 19, 2017 12:01:00 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

पत्रिका कैम्पेन- शहर के बाजारों में पीओपी की प्रतिमाओं ने दी आमद- संकल्पित होकर हम अपने पर्यावरण को बनाएं स्वच्छ

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रतलाम। तमाम निर्देशों और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों के बावजूद शहर में पीओपी की प्रतिमाओं के कारोबार ने आमद दे दी है। पीओपी पर प्रतिबंध का असर भी नहीं दिख रहा। ऐसे में हमें आगामी मंगलमूर्ति के उत्सव पर पर्यावरण के सरंक्षण की दिशा में खुद ही आगे आना होगा। माटी के गणेश बनाकर हम पर्यावरण के सरंक्षण में सहभागी बन सकते है। पत्रिका समूचे उत्सव के दौरान अभियान के दौरान आपके साथ खड़ा रहेगा।
पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने एक बार फिर गाइड लाइन जारी कर दी है। नगरीय निकायों सहित अन्य जिम्मेदार तंत्र को पत्र जारी कर पीओपी निर्मित प्रतिमाओं पर पाबंदी को अमल मेंं लाने के लिए कहा गया है, लेकिन जिम्मेदार अब तक गंभीर नहीं हो पाएं है। ऐसे में हमें अपने पर्यावरण के प्रति सचेत होकर आगामी उत्सव को पर्यावरण सरंक्षण की दिशा में बढ़ाने के प्रति संकल्पित होना होगा, ताकी लचर तंत्र की लापरवाही पर जागरूकता की उर्जा से नया संचार हो सकें।
यह है एनजीटी की प्राथमिकताएं
– पीओपी से निर्मित प्रतिमाओं पर रोक, इससे जल स्त्रोत दूषित होते है।
– रसायनों के उपयोग के कारण प्रतिमाओं के साथ अशुद्धता मिलती है।
– पीओपी के तत्व पानी के मानक तत्वों का संतुलन बिगाड़ देते है।
– पानी में कठोरता आने के साथ ही स्वाद में परिवर्तन का कारण बनता है।
माटी की प्रतिमाओं से यह फायदा
– मिट्टी पानी में घुलनशील होने के कारण प्रभाव नहीं छोड़ती।
– मिट्टी के कच्चे रंगों का उपयोग होने से हानिकारक प्रभाव नहीं।
एक्सपर्ट व्यू….
माटी के गणपति ही श्रेष्ठ
आज पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हमें जागृत होकर सचेत भी होना होगा। रसायनों के कारण जल स्त्रोतों को दूषित किया जाता है, इससे बचाव के लिए हम माटी के गणपति बनाकर संरक्षण के सहभागी बन सकते है। आईए, संकल्प ले हम पर्यावरण बचाएंगे।
– रत्नेश विजयवर्गीय, समन्वयक जन अभियान परिषद रतलाम
पत्रिका: सेल्फी विथ गणेशा
पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठने वाले हर कदम का पत्रिका स्वागत करता है। गणेश उत्सव के लिए माटी से निर्मित होने वाली प्रतिमाओं को ‘सेल्फी विथ गणेशाÓ कैम्पेन के तहत प्रकाशित किया जाएगा। माटी की प्रतिमा बनाने वाले सेल्फी लेकर अपने नाम के साथ प्रतिमा बनाने की प्रेरणा कैसे मिली यह हमें वाट्सएप के माध्यम से भेज सकते है।
हमें भेजें अपनी सेल्फी…
– वाट्सएप नंबर:
 नीमच, ९१७९६१६६४४।
 मंदसौर, ९००९००१९००।
 जावरा, ९४२४०४९१७२।
 रतलाम, ९४२५९३५७९०।

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