कलेक्टर एवं प्रमुख जनगणना अधिकारी रुचिका चौहान ने जिला जनगणना अधिकारी अनुभाग जनगणना अधिकारी, चार्ज स्तरीय जनगणना अधिकारी व चार स्तरीय अतिरिक्त जनगणना अधिकारियों को जनगणना कार्य संपादन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। भारत की दशाब्दिक सोलहवीं व आजादी के बाद की आठवीं जनगणना 2021 के महत्वपूर्ण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।
आधी से रात तक रहेगा संदर्भ काल
प्रथम चरण में 1 मई से 14 जून 2020 तक मकान सूचीकरणव राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन किया जाएगा। दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना का कार्य 9 से 28 फ रवरी 2021 तक होगा। जनगणना 2021 का संदर्भ काल 1 मार्च 2021 के 00.00 बजे का समय रहेगा, यानी 1 मार्च 2021 की स्थिति के अनुसार जनसंख्या के आंकड़े प्राप्त होंगे। कलेक्टर ने उन विभागों के कर्मचारियों की सूची तत्काल जनगणना विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है, जिनके कर्मचारियों की सूची अब तक प्राप्त नहीं हुई है।
प्रथम चरण में 1 मई से 14 जून 2020 तक मकान सूचीकरणव राष्ट्रीय जनगणना रजिस्टर (एनपीआर) को अद्यतन किया जाएगा। दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना का कार्य 9 से 28 फ रवरी 2021 तक होगा। जनगणना 2021 का संदर्भ काल 1 मार्च 2021 के 00.00 बजे का समय रहेगा, यानी 1 मार्च 2021 की स्थिति के अनुसार जनसंख्या के आंकड़े प्राप्त होंगे। कलेक्टर ने उन विभागों के कर्मचारियों की सूची तत्काल जनगणना विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है, जिनके कर्मचारियों की सूची अब तक प्राप्त नहीं हुई है।
अधिकारियों की नियुक्ति की
जनगणना के लिए सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेट्टा अतिरिक्त प्रमुख जनगणना अधिकारी, संयुक्त कलेक्टर प्रवीण फुलगारे जिला जनगणना अधिकारी व सभी अनुभागों के एसडीएम अनुभाग स्तरीय जनगणना अधिकारी रहेंगे। जिला योजना अधिकारी व जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अतिरिक्त जिला जनगणना अधिकारी के रूप में पदाभिहित किए गए हैं।
जनगणना के लिए सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेट्टा अतिरिक्त प्रमुख जनगणना अधिकारी, संयुक्त कलेक्टर प्रवीण फुलगारे जिला जनगणना अधिकारी व सभी अनुभागों के एसडीएम अनुभाग स्तरीय जनगणना अधिकारी रहेंगे। जिला योजना अधिकारी व जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अतिरिक्त जिला जनगणना अधिकारी के रूप में पदाभिहित किए गए हैं।
3100 प्रगणकों पर 517 पर्यवेक्षक
जनगणना के दोनों चरणों का कार्य मैदानी स्तर पर प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों करेंगे, जिनकी नियुक्ति संबंधित चार्ज के चार्ज जनगणना अधिकारी, तहसीलदार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी व नगर निगम आयुक्त द्वारा की जाएगी। रतलाम जिले में जनगणना के प्रथम चरण के कार्य के लिए 3100 प्रगणकों और 517 पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाएगा जिन्हें शीघ्र ही प्रशिक्षित किया जाएगा।
जनगणना के दोनों चरणों का कार्य मैदानी स्तर पर प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों करेंगे, जिनकी नियुक्ति संबंधित चार्ज के चार्ज जनगणना अधिकारी, तहसीलदार, मुख्य नगरपालिका अधिकारी व नगर निगम आयुक्त द्वारा की जाएगी। रतलाम जिले में जनगणना के प्रथम चरण के कार्य के लिए 3100 प्रगणकों और 517 पर्यवेक्षकों को तैनात किया जाएगा जिन्हें शीघ्र ही प्रशिक्षित किया जाएगा।
62 फि ल्ड ट्रेनर्स प्रगणकों और पर्यवेक्षकों को चार्ज
प्रशिक्षण देने के लिए 62 फि ल्ड ट्रेनर्स नियुक्त किए जा चुके हैं, उन्हे जल्द ही जिला स्तर पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। जनगणना 2021 कार्य के लिए जनगणना 2011 के द्वितीय चरण के गणना ब्लॉकों को मूल रूप से उपयोग में लाया जाएगा। सामान्य तौर पर 650 से 800 की जनसंख्या वाले गांव का एक मकान सूचीकरण ब्लॉक बनाया जाएगा। 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक ऐसे राजस्व गांव जिनकी जनसंख्या उल्लेखनीय रूप से कम हो या वीरान हो, ऐसे प्रत्येक गांव का एक अलग ब्लॉक बनाया जाएगा। 150 से 180 जनगणना मकानों का एक ब्लॉक प्रगणक को सौंपा जाएगा। 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक सर्किल होगा।
प्रशिक्षण देने के लिए 62 फि ल्ड ट्रेनर्स नियुक्त किए जा चुके हैं, उन्हे जल्द ही जिला स्तर पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। जनगणना 2021 कार्य के लिए जनगणना 2011 के द्वितीय चरण के गणना ब्लॉकों को मूल रूप से उपयोग में लाया जाएगा। सामान्य तौर पर 650 से 800 की जनसंख्या वाले गांव का एक मकान सूचीकरण ब्लॉक बनाया जाएगा। 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक ऐसे राजस्व गांव जिनकी जनसंख्या उल्लेखनीय रूप से कम हो या वीरान हो, ऐसे प्रत्येक गांव का एक अलग ब्लॉक बनाया जाएगा। 150 से 180 जनगणना मकानों का एक ब्लॉक प्रगणक को सौंपा जाएगा। 6 प्रगणकों पर एक पर्यवेक्षक सर्किल होगा।
गांवों और नगरों में मकान सूचीकरण
ब्लॉक की पहचान के लिए गांवों और नगरों के प्रत्येक मकान पर जनगणना मकान नंबर अंकित किए जाएंगे। तकनीक से होगा कामभारत के रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त द्वारा तैयार किए गए एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर इस बार काम किया जाएगा। आंकड़ों के संग्रह में डिजिटल तकनीक का भरपूर उपयोग होगा। जनगणना 2021 के आंकड़ों का संग्रह मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा जो पहली बार होगा जिसके लिए विभिन्न मोबाइल एप तैयार किए गए हैं। जनगणना के सभी कार्यों की रियल टाइम मॉनिटरिंग सेंसस मैनेजमेंट एंड मॉनिटरिंग सिस्टम पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।
ब्लॉक की पहचान के लिए गांवों और नगरों के प्रत्येक मकान पर जनगणना मकान नंबर अंकित किए जाएंगे। तकनीक से होगा कामभारत के रजिस्ट्रार एवं जनगणना आयुक्त द्वारा तैयार किए गए एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर इस बार काम किया जाएगा। आंकड़ों के संग्रह में डिजिटल तकनीक का भरपूर उपयोग होगा। जनगणना 2021 के आंकड़ों का संग्रह मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा जो पहली बार होगा जिसके लिए विभिन्न मोबाइल एप तैयार किए गए हैं। जनगणना के सभी कार्यों की रियल टाइम मॉनिटरिंग सेंसस मैनेजमेंट एंड मॉनिटरिंग सिस्टम पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।