मिली सूचना के अनुसार जिस सय्यद अख्तर अली के यहां दबिश दी गई है, वो सीजीएसटी के अलग-अलग दल ने दी है। बताया जा रहा है कि अख्तर ने कई नाम से अलग-अलग फर्म बनाई हुई है। रतलाम में अहिंसा ग्राम बायपास पर दबिश दी गई है। अख्तर रेलवे सहित अन्य सरकारी विभाग में निर्माण के ठेके लेता रहा है। माना जा रहा है कि अख्तर ने कई जगह निर्माण कार्यों में सीजीएसटी की चोरी की है। इसलिए सीजीएसटी कई महीनों से जानकारी जुटाने में लगा था और अब एक साथ उसके तीन शहरों के ठिकानों पर त्वरित कार्रवाई की है।
कोचा तालाब में भी है आरोपी
अख्तर एंड संस फर्म का मालिक अख्तर रतलाम के नामली में कोचा तालाब में आर्थिक गड़बड़ी करने का आरोपी है। नामली पुलिस थाने में इसके खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज किया गया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। जावरा में एक फैक्ट्री जिसमें निर्माण कार्य में उपयोग होने वाला चूरी बनाने का, मेघनगर में अख्तर का प्लांट है। रतलाम में नामली, मोरवानी सहित घटला जाने वाले मार्ग पर सीमेंट की ईट बनाने का प्लांट है। देर रात तक सीजीएसटी की टीम की कार्रवाई जारी थी। टीम को वहां से क्या मिला यह फिलहाल सामने नहीं आया है।
अख्तर एंड संस फर्म का मालिक अख्तर रतलाम के नामली में कोचा तालाब में आर्थिक गड़बड़ी करने का आरोपी है। नामली पुलिस थाने में इसके खिलाफ पुलिस प्रकरण दर्ज किया गया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। जावरा में एक फैक्ट्री जिसमें निर्माण कार्य में उपयोग होने वाला चूरी बनाने का, मेघनगर में अख्तर का प्लांट है। रतलाम में नामली, मोरवानी सहित घटला जाने वाले मार्ग पर सीमेंट की ईट बनाने का प्लांट है। देर रात तक सीजीएसटी की टीम की कार्रवाई जारी थी। टीम को वहां से क्या मिला यह फिलहाल सामने नहीं आया है।