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प्रदेश के इस जिले में मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी की अधूरी सूचियों में गड़बडिय़ां

locationरतलामPublished: Jan 19, 2019 01:01:33 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

प्रदेश के इस जिले में मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी की अधूरी सूचियों में गड़बडिय़ां

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प्रदेश के इस जिले में मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी की अधूरी सूचियों में गड़बडिय़ां

रतलाम। मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना के चक्कर में किसान भी चकरा रहा है। पंचायत सचिव समझ नहीं पा रहे हैं कि सूची एक है, लेकिन किसानों के नाम डबल-डबल आ रहे हैंं। कई किसान ऐसे है जिनके नाम तो सूची में है, लेकिन उनकी राशि के स्थान पर 00 दर्ज है। सूची में कई किसानों के कर्ज माफी में 731 रुपए, 785 रुपए तो किसी के 1600 और 1903 रुपए की सूची लगाई गई है। कई पंचायतों पर हरी और सफेद सूची चस्पा की गई है तो कई पर उनकी फोटो कॉपी से ही काम चलाया जा रहा है, जिससे किसानों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि आधार सीडेड है या नहीं है।
पत्रिका टीम ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत स्तर पर सालाखेड़ी, धराड़, करमदी, तितरी केंद्र पहुंचकर सूची की स्थिति देखी। किसानों के साथ कर्मचारियों से जब मुख्यमंत्री फसल ऋण माफी योजना की जानकारी चाही, तो कोई सूची का इंतजार कर रहा था। बता दें कि समस्त राष्ट्रीयकृत बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, सहकारी बैंक से प्राप्त 31 मार्च 2018 की स्थिति में बकाया एवं एनपीए कालातीत ऋण की हरी एवं सफेद सूची को ग्राम पंचायत तथा बैंक शाखा में प्रदर्शित करने का कार्य 15 जनवरी से प्रारंभ किया गया है, लेकिन अब तक कई ग्राम पंचायतों पर अधूरी सूची से किसान परेशान हो रहे हैंं। सूचियां पंचायत भवन और सोसायटियों पर लगाई जा रही है, सचिवों द्वारा इन सूचियों के आधार पर आ रहे किसानों के फार्म भरे जा रहे हैंं। बताया जा रहा है कि जिन किसानों के नाम के आगे राशि नहीं होकर 00 है, उन्हें अभी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। कई किसानों की राशि नाम मात्र की माफ होने पर भी नाराजगी व्यक्त की जा रही है।
कागजों में उलझ गया आवेदन
यह है कि स्थिति केंद्रों की समीपस्थ ग्राम सालाखेड़ी ग्राम पंचायत, धराड़ सोसायटी भवन पर हरी सूची लगा रखी है वह, आधार कार्ड लिंक खातों की है। सफेद सूची ऐसे ऋण खाते जिनमें आधार कार्ड की जानकारी नहीं है उनके लिए है, उन्हे सफेद फार्म भरकर देना होगा। करमदी, तितरी पर जो सूची लगाई है वहां पर सूची की फोटो कॉपी लगा दी गई है, जिससे किसानों को यह पता नहीं चल पा रहा है कि उन्हे फार्म कौन सा भरना है। सचिवों की माने कई किसान ऐसे है जिन्हे पता ही नहीं है कि उन्होंने कब कर्ज लिया था, कई किसान ऐसे है जिन्होंने कर्ज लेने के बाद सालों से यह तक नहीं जाना कि उन पर कितना कर्जा है, उन पर लाखों रुपए का कर्जा हो चुका है।
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फैक्ट फाइल
1.50 लाख किसान कर्ज माफी के दायरे में
300 करोड़ रुपए का कर्ज किया जाएगा माफ
15 जनवरी से पंचायतों में सूची की प्रक्रिया शुरू
05 फरवरी तक सूची अनुसार किसानों से आवेदन

पंचायतों से लेंगे जानकारी
पंचायतों में फोटो कॉपी लगा रहे है तो इस संबंध में केन्द्रों से बात की जाएगी। किसानों के नाम के आगे राशि के स्थान पर 00 के संबंध में भी सोसायटियों और पंचायतों से जानकारी लेंगे।
– शिराली जैन, एसडीएम रतलाम ग्रामीण

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