२६ बेड का होगा एसएनसीयू
जिला अस्पताल में संचालित एसएनसीयू इस समय २० बेड का है। इसमें १० इनडोर और १० आउटडोर के बच्चे रखने की सुविधा है। एमसीएच में तैयार हुए एसएनसीयू में इतनी जगह है कि यहां २६ बेड लगाए जा सकते हैं। इससे छह ज्यादा बच्चों को रखने की सुविधा बढ़ रही है। हालांकि वर्तमान एसएनसीयू में २० बेड पर ३०-३५ या इससे ज्यादा बच्चेे कई बार रखना पड़ जाते हैं। इसमें होने वाली सेंट्रलाइज ऑक्सीजन की सुविधा के लिए भोपाल में टेंडर की प्रक्रिया हो चुकी है।
ये तैयारियां हो चुकी है यहां
– एमसीएच में प्रसूताओं को ही लाया जाना है। इसके लिए लैबर रूम तैयार कर लिया गया है। टेबलें लग चुकी है और अब केवल पर्दे लगाना शेष है। यह काम होते ही लैबर रूम का उपयोग शुरू किया जा सकता है।
– ऑपरेशन थिएटर (ओटी) तैयार हो चुकी है। ओटी टेबल, लैंप और कुछ मशीनें लग चुकी है। ओटी के औजार भी पहुंच चुके हैं। केवल ऑटो क्लेव की जरुरती है जो जल्द ही पहुंच जाएगा।
– ऑपरेशन थिएटर में उपकरणों और कपड़ों को स्टरलाइज करने वाले ड्रमों की व्यवस्था भी हो चुकी है और जल्द ही यहां पहुंच जाएंगे।
– मरीजों के लिए जरुरी पलंगों की व्यवस्था लगभग पूरी हो चुकी है। इन पर बिछाए जाने वाले गद्दों के १५ जनवरी की सुबह तक एमसीएच पहुंचने की संभावना है।
सड़क का काम पूरा होते ही शिफ्ट
मुख्य सड़क से एमसीएच पहुंचने के लिए जो मार्ग है वह कच्चा था और इसकी जगह सीमेंटेड रोड बनाने का काम शुरू हो गया है। सड़क निर्माण के लिए खुदाई होने एंबुलेंस से महिलाओं को यहां स्थानांतरित करने में परेशानी खड़ी हो सकती है। सडक का काम पूरा होते ही एमसीएच में पूरी मेटरनिटी यूनिट शिफ्ट कर दी जाएगी। यहां हमारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है।
डॉ. आनंद चंदेलकर, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल