आमतौर पर सड़क बनाने के दौरान एक हिस्से का निर्माण किया जाता है और दूसरा हिस्सा आवागमन के लिए खुला रखा जाता है। यदि नहीं होता है तो फिर वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की जाती है। कंपनी ने एक हिस्से में काम शुरू किया तो दूसरे हिस्से में भी आवागमन बंद कर दिया। कंपनी के कर्मचारियों ने फव्वाराचौक के यहां खुदाई के दौरान नीचे से निकल रहे नाले को ही तोड़ दिया जिससे यह मार्ग आवागमन के लिए पूरी तरह बंद हो गया। निगम के सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल का कहना है कि नाले का काम तेजी से किया जा रहा है जिससे आवागमन सुचारू किया जा सके। नाले का टूटना अचानक होने से यह स्थिति बनी है।
आखिरकार स्थापित कर दी भेरुजी की प्रतिमा
रतलाम। करीब छह माह पहले डीआरएम कार्यालय के सामने फुल विक्रेता की गुमटी के अंदर चबूतरे पर विराजित भेरुजी की प्रतिमा को अतिक्रमण हटाने के दौरान हटा दिया गया था। तब तत्कालीन एसडीएम अनिल भाना ने यहां सीसी रोड और पोल शिफ्टिंग के बाद फिर से प्रतिमा स्थापित करने की बात कही थी। लंबा समय बीत जाने के बाद भी प्रतिमा स्थापित नहीं होने से हिंदू संगठनों ने बुधवार की दोपहर बाद अचानक ही यहां चबूतरा बनाकर प्रतिमा स्थापित कर दी। किसी विवाद की आशंका में तहसीलदार गोपाल सोनी को सूचना मिली तो वे और स्टेशन रोड टीआई मौके पर पहुंचे। हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने चर्चा में बताया कि यह प्रतिमा यहीं पर पहले भी विराजित थी। इसलिए फिर से स्थापित की गई है। अब प्रतिमा को डीआरएम कार्यालय से लगी लोहे की बाढ़ के नजदीक स्थापित किया गया है जिससे आवागमन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। स्टेशन रोड थाना टीआई राजेंद्र वर्मा ने बताया किसी तरह का कोई विवाद नहीं होने से प्रतिमा स्थाापित है।