जमीनों की कलेक्टर गाइड लाइन तय करने के लिए बुधवार को जिला मूल्यांकन समिति की बैठक हुई। नए कलेक्टोरेट परिसर में आयोजित बैठक में नगर निगम में कुछ कॉलोनियों के नाम एक समान होने से संपत्ति कर लेने में होने वाली परेशानी की बात पर आपत्ति आई। इसके साथ ही हाउसिंग बोर्ड की ओर से सूरजमल जैन नगर की गाइड लाइन बढ़ाने और अलकापुरी से मेडिकल कॉलेज तक की दर को एक समान करने के प्रस्ताव पर भी सहमति नहीं बनी। कलेक्टर ने इसके लिए तहसीलदार के साथ मौका मुआयना कर पुनरीक्षित प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया।
जिला योजना समिति की बैठक में रतलाम शहरी क्षेत्र के लिए ०.२९ प्रतिशत, जावरा शहरी क्षेत्र के लिए ६.१२ प्रतिशत, आलोट शहरी क्षेत्र के लिए ४.०८ प्रतिशत की वृद्धि भूखंडों के लिए प्रस्तावित की गई थी। इसमें रतलाम में 123 स्थानों, जावरा के 268 तथा आलोट के 76 स्थानों के लिए एक से 10 प्रतिशत वृद्धि प्रस्तावित की गई है। इसी प्रकार रतलाम के 70, जावरा के 66 तथा आलोट के 23 स्थानों के लिए 11 से 20 प्रतिशत वृद्धि प्रस्तावित की गई है। बैठक में जिला पंजीयक ऋतंभरा द्विवेदी, तहसील उप पंजीयक प्रदीप निगम, जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश वर्मा, डीआईसी के महाप्रबंधक अमर सिंह मोरे, तहसीलदार गोपाल सोनी, हाउसिंग बोर्ड, नगर निगम, ग्राम व नगर निवेश सहित अन्य विभागों से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।