रतलाम। पश्चिम रेलवे की विजीलेंस के सदस्यों ने स्टेशन पर संचालित पाार्सल कार्यालय के बाबू को दो हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा। रिश्वत बाहर से आने वाले दागिने को बगैर जांच किए छोडऩे के नाम पर ली जा रही थी। बताया जाता है कि विजिलेंस की टीम करीब एक सप्ताह से पार्सल कार्यालय पर नजर रखे हुए थी। टीम ने ये कार्रवाई नासिर खान नाम के व्यक्ति की शिकायत के आधार पर की है।
विजिलेंस टीम के एक सदस्य ने बताया कि लंबे समय से पार्सल कार्यालय में गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी। गत दिनों जर्दे वाले पाउच के बंडलों को सुपारी बताकर छोडऩे के बाद से विजीलेंस ने रतलाम में डेरा डाल दिया था। इस खबर को पत्रिका ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। दोपहर करीब 2 बजे बाद पार्सल कार्यालय के बाबू ने जब अपने कार्यालय में रिश्वत ली तो योजना बनाकर इसको धर लिया गया।
विजीलेंस ने ही दिए थे नोट
रिश्वत लेने के बाद बाबू राहुल देव अपनी कुर्सी पर बैठा रहा। इस बीच विजीलेंस के सदस्य पहुंचे व तलाशी अभियान शुरू किया। बताया जाता है कि बाबू के पास से 500-500 रुपए के वे चार नोट मिल गए जो शिकायतकर्ता नासिर को पहले से दिए गए थे। शुरुआत में बाबू ने विरोध किया, लेकिन बाद में जब रुपए मिले तो आवाज बंद हो गई। मामले में कार्रवाई की जानकारी मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों को विजीलेंस के अधिकारियों ने शाम 4 बजे बाद दी।
ये थे कार्रवाई में शामिल
कार्रवाई के लिए मुंबई से विजीलेंस अधिकारी नवलकिशौर, ब्रदेश दवे, प्रधान आरक्षक रवि साठे व आनंद पिप्से शामिल रहे। करीब एक पखवाडे़ पूर्व नासिर ने विजीलेंस को मामले की शिकायत की थी। रेलवे के हपयम अनुसार अब बाबू को निलंबीत कर तबादला किया जाएगा। बताया जाता है कि रुपए की मांग बाहर से आने वाले दागिने को बगैर जांच छोडऩे के नाम पर की गई थी।
परेशान हो गया हूं
हर काम के पार्सल कार्यालय में रुपए लगते है। दागिने छोडऩे के नाम पर 2200 रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। दो हजार रुपए विजीलेंस ने ही दिए वो रिश्वत दी। बाद में कार्रवाई हो गई।
– नासिर खान, शिकायतकर्ता
विभाग कार्रवाई करेगा
मामले में कार्रवाई की सूचना मिली है। विभागीय कार्रवाई इस मामले में नियम अनुसार की जाएगी।
– जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल