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बिजली बिल में एक करोड़ की दे रहे उपभोक्ताओं को रियायत

locationरतलामPublished: Jan 22, 2022 09:33:03 pm

Submitted by:

Ashish Pathak

बिजली कंपनी की कैशलेस भुगतान की प्रक्रिया में और तेजी आई है। हर माह औसतन तेरह लाख उपभोक्ता कैशलेस तरीके से बिलों का घर बैठे भुगतान कर रहे है।

Burfanpur: Give electricity bill of 10 thousand to the servant, collectorate disease

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रतलाम. बिजली कंपनी की कैशलेस भुगतान की प्रक्रिया में और तेजी आई है। हर माह औसतन तेरह लाख उपभोक्ता कैशलेस तरीके से बिलों का घर बैठे भुगतान कर रहे है। न केवल भुगतान केंद्र पहुंचने वालों की संख्या घटी है, बल्कि चैक से बिल भरने वालों की संख्या में भी कमी आई है। घर बैठे कैशलेस बिल भरने की प्रक्रिया अपनाने से प्रत्येक एलटी उपभोक्ता को 20 रूपए तक एवं एचटी उपभोक्ता को 1000 रूपए तक की छूट प्राप्त होती है।
MPEB Electricity Complaint Number 1912
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मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में दिसंबर में तेरह लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने आन लाइन, कैशलेस तरीके से बिलों का भुगतान किया है। यह संख्या पिछले एक वर्ष की तुलना में तीन लाख और एक माह की तुलना में 60 हजार बढ़ी है। आन लाइन, कैशलेस तरीके से भुगतान क्रेडिट कार्ड, एमपी आन लाइन, पेटीएम, फोन पे, गुगल पे, अमेजान, डेबिट कार्ड इत्यादि से किया जाता है। इन माध्यमों से उपभोक्ता को न तो बिजली कंपनी के दफ्तर या भुगतान केंद्र जाना पड़ता है, न ही राशि गिनना पड़ती है। चैक से भुगतान करने के लिए भी बिजली दफ्तर जाना पड़ता है, चैक से भुगतान को कैशलेस श्रेणी में नहीं माना गया है, इसलिए चैक से भुगतान करने वालों की संख्या घट रही है।
MPEB Electricity Complaint Number 1912
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कैशलेस भुगतान

चैक में हस्ताक्षर में अंतर होने पर बैंक राशि जारी नहीं करती है, इसलिए उपभोक्ता व बिजली कंपनी दोनों को नुकसान होता है। उपभोक्ताओं को इस नुकसानी से बचने के लिए भी अन्य कैशलेस तरीके से बिल भुगतान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसीलिए चैक से भुगतान घट रहा है। एक वर्ष पहले प्रतिमाह औसतन चैक से भुगतान करने वालों की संख्या कंपनी स्तर पर 20 हजार थी, अब यह 11 हजार तक आ गई है। इसमें भी शासकीय विभागों के चैक शामिल है। बड़ी बात यह है कि कंपनी की ओर से जहां कैशलेस भुगतान पर हर निम्न दाब यानि एलटी उपभोक्ता को 5 से 20 रूपए तक की छूट दी जाती है, वहीं एचटी यानि उच्चदाब उपभोक्ता को 100 से 1000 रूपए तक की छूट मिलती है।
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छूट अलग से मिलती

उपभोक्ता को बिल प्राप्त होने के तुरंत बाद प्राम्प्ट भुगतान करने पर एक चौथाई फीसदी की छूट अलग से मिलती है। इन सभी श्रेणी से कैशलेस बिल भुगतान करने वालों की हर माह एक करोड़ से ज्यादा की छूट प्रदान की जा रही है। इस छूट से जहां उपभोक्ताओं को प्रोत्साहन राशि मिल रही है, पैनल्टी से मुक्ति मिल रही है, वहीं बिजली कंपनी को कैश संभालने, बैंक में चैक लगाने आदि को लेकर पहले की तुलना में ज्यादा कम प्रयास करना पड़ रहे है। कंपनी उक्त कार्य करने वालों को अन्य उपभोक्ता सेवाओं के लिए तैनात कर रही है। इंदौर जैसे शहर में सात लाख उपभोक्ताओं मे से अभी की स्थिति में सात हजार चैक का उपयोग कर रहे है। उज्जैन, रतलाम में भी चैक का चलन अब कम होता जा रहा है।
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चैक से कहां कितने उपभोक्ता संलग्न

इंदौर शहर 7000

इंदौर ग्रामीण 1070

उज्जैन जिला 752

रतलाम जिला 355

बुरहानपुर 490

देवास जिला 282

खंडवा जिला 247
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कैशलेस से जोड़ने की कोशिश

कंपनी सभी उपभोक्ताओं से कैशलेस तरीके से भुगतान के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। चैक से भुगतान न केवल विलंब से प्राप्त होता है, बल्कि प्रक्रिया भी अन्य की तुलना में कठिन है। कैशलेस से उपभोक्ता व बिजली कंपनी दोनों को सुविधा मिलती है। हम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक कुल 19-20 लाख उपभोक्ताओं को कैशलेस से जोड़ने की कोशिश कर रहे है।
अमित तोमर, एमडी मप्रपक्षेविविकं इंदौर

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