बिजली कंपनी की कैशलेस भुगतान की प्रक्रिया में और तेजी आई है। हर माह औसतन तेरह लाख उपभोक्ता कैशलेस तरीके से बिलों का घर बैठे भुगतान कर रहे है।
Burfanpur: Give electricity bill of 10 thousand to the servant, collectorate disease
रतलाम. बिजली कंपनी की कैशलेस भुगतान की प्रक्रिया में और तेजी आई है। हर माह औसतन तेरह लाख उपभोक्ता कैशलेस तरीके से बिलों का घर बैठे भुगतान कर रहे है। न केवल भुगतान केंद्र पहुंचने वालों की संख्या घटी है, बल्कि चैक से बिल भरने वालों की संख्या में भी कमी आई है। घर बैठे कैशलेस बिल भरने की प्रक्रिया अपनाने से प्रत्येक एलटी उपभोक्ता को 20 रूपए तक एवं एचटी उपभोक्ता को 1000 रूपए तक की छूट प्राप्त होती है।
IMAGE CREDIT: patrika मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में दिसंबर में तेरह लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं ने आन लाइन, कैशलेस तरीके से बिलों का भुगतान किया है। यह संख्या पिछले एक वर्ष की तुलना में तीन लाख और एक माह की तुलना में 60 हजार बढ़ी है। आन लाइन, कैशलेस तरीके से भुगतान क्रेडिट कार्ड, एमपी आन लाइन, पेटीएम, फोन पे, गुगल पे, अमेजान, डेबिट कार्ड इत्यादि से किया जाता है। इन माध्यमों से उपभोक्ता को न तो बिजली कंपनी के दफ्तर या भुगतान केंद्र जाना पड़ता है, न ही राशि गिनना पड़ती है। चैक से भुगतान करने के लिए भी बिजली दफ्तर जाना पड़ता है, चैक से भुगतान को कैशलेस श्रेणी में नहीं माना गया है, इसलिए चैक से भुगतान करने वालों की संख्या घट रही है।
IMAGE CREDIT: patrikaकैशलेस भुगतान चैक में हस्ताक्षर में अंतर होने पर बैंक राशि जारी नहीं करती है, इसलिए उपभोक्ता व बिजली कंपनी दोनों को नुकसान होता है। उपभोक्ताओं को इस नुकसानी से बचने के लिए भी अन्य कैशलेस तरीके से बिल भुगतान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसीलिए चैक से भुगतान घट रहा है। एक वर्ष पहले प्रतिमाह औसतन चैक से भुगतान करने वालों की संख्या कंपनी स्तर पर 20 हजार थी, अब यह 11 हजार तक आ गई है। इसमें भी शासकीय विभागों के चैक शामिल है। बड़ी बात यह है कि कंपनी की ओर से जहां कैशलेस भुगतान पर हर निम्न दाब यानि एलटी उपभोक्ता को 5 से 20 रूपए तक की छूट दी जाती है, वहीं एचटी यानि उच्चदाब उपभोक्ता को 100 से 1000 रूपए तक की छूट मिलती है।
IMAGE CREDIT: patrikaछूट अलग से मिलती उपभोक्ता को बिल प्राप्त होने के तुरंत बाद प्राम्प्ट भुगतान करने पर एक चौथाई फीसदी की छूट अलग से मिलती है। इन सभी श्रेणी से कैशलेस बिल भुगतान करने वालों की हर माह एक करोड़ से ज्यादा की छूट प्रदान की जा रही है। इस छूट से जहां उपभोक्ताओं को प्रोत्साहन राशि मिल रही है, पैनल्टी से मुक्ति मिल रही है, वहीं बिजली कंपनी को कैश संभालने, बैंक में चैक लगाने आदि को लेकर पहले की तुलना में ज्यादा कम प्रयास करना पड़ रहे है। कंपनी उक्त कार्य करने वालों को अन्य उपभोक्ता सेवाओं के लिए तैनात कर रही है। इंदौर जैसे शहर में सात लाख उपभोक्ताओं मे से अभी की स्थिति में सात हजार चैक का उपयोग कर रहे है। उज्जैन, रतलाम में भी चैक का चलन अब कम होता जा रहा है।
IMAGE CREDIT: patrikaचैक से कहां कितने उपभोक्ता संलग्न इंदौर शहर 7000 इंदौर ग्रामीण 1070 उज्जैन जिला 752 रतलाम जिला 355 बुरहानपुर 490 देवास जिला 282 खंडवा जिला 247
IMAGE CREDIT: patrikaकैशलेस से जोड़ने की कोशिश कंपनी सभी उपभोक्ताओं से कैशलेस तरीके से भुगतान के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। चैक से भुगतान न केवल विलंब से प्राप्त होता है, बल्कि प्रक्रिया भी अन्य की तुलना में कठिन है। कैशलेस से उपभोक्ता व बिजली कंपनी दोनों को सुविधा मिलती है। हम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक कुल 19-20 लाख उपभोक्ताओं को कैशलेस से जोड़ने की कोशिश कर रहे है।